कमल जगाती, नैनीताल
नैनीताल के मुक्तेश्वर स्थित भालू गाड़ में डूबे दोनों युवकों के शव बरामद करने में एस.डी.आर.एफ.की गोताखोर टीम को सफलता मिल गई है। टीम ने चार घंटे की भारी मशक्कत के बाद शिवम के शव को पानी से बाहर निकाल लिया है।
देखिए वीडियो
उत्तराखंड के नैनीताल में भालू गाड़ झरने में नहाते समय बुधवार को कानपूर से आए दो युवा पर्यटक डूब गए थे। सूचना मिलने के बाद भवाली पुलिस और एस.डी.आर.एफ.की गोताखोर टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। लेकिन 40 फ़ीट गहरे भालू गाड़ के तालाब में दोनों का कुछ पता नहीं चल पाया था।
नैनीताल जिले में मुक्तेश्वर से कुछ दूरी पर पर्यटक स्थल भालू गाड़ है जहाँ पर्यटक झरने के साथ तालाब का आनंद लेने पहुँचते हैं। इनदिनों पर्यटक इसमें नहाने के लिए जाने में कतराते हैं क्योंकि बरसातों में ये विकराल रूप ले लेता है। पहाड़ों में कानपुर से घूमने पहुंचे आठ में से दो युवकों ने जोश में आकर तालाब में नहाने के लिए कूद मार दी थी। ये दोनों युवक अपने दोस्तों के समझाने के बावजूद तालाब में उतर गए। देखते ही देखते दोनों तालाब के किनारे गहराई में चले गए और पानी में ही समा गए थे।
बाकी दोस्तों को तैरना नहीं आता था, जिसके कारण उन्होंने इस वीरान जंगल से गांव पहुंचकर ग्रामीणों को बुलाया और पुलिस को भी इसकी जानकारी दी । ग्रामीणों ने कोशिश के बाद मौके पर एस.डी.आर.एफ.की टीम पहुँच गई जिसने बुधवार को दो घंटे तक दोनों युवकों को खोजा। तालाब में गोताखोर उतरे, कांटे डाले गए जिसके बाद आज 9 बजे के लगभग शिवम का शव मिल गया और इसके एक घंटे बाद जुबेर का भी शव तालाब से बरामद कर लिया गया। दोनों ही उत्तर प्रदेश के कानपूर के रहने वाले थे। टीम लीडर हेड कांस्टेबल जितेंद्र गिरी के नेतृत्व में कांस्टेबल प्रदीप मेहता, सुरेंद्र कुमार और कुंदन रौतेला ने अभियान में भाग लिया।