मामचन्द शाह
पौड़ी। अब पौड़ी गढ़वाल के बेरोजगार युवाओं की रोजगार को लेकर आस जग गई है। जिलेे के युवाओं को गाँवों तथा प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर होमस्टे योजना का लाभ दिया जाएगा। पर्यटन विभाग की अन्तर्गत होम स्टे योजना से आर्थिक सहायता तथा अन्य सुविधायें मुहैया कराए जानेे की तैयारी है।
प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना को बढ़ावा देने के लिए जनपद के अधिक से अधिक युवाओं को प्रोत्साहित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। पर्यटन विभाग के अन्तर्गत होम स्टे योजना से आर्थिक सहायता तथा अन्य सुविधायें मुहैया करायी जाती है। राजकीय सहायता की धनराशि एवं मूल सब्सिडी एवं ब्याज पर सब्सिडी का संयोजन होगी। इसके अलावा योजना के तहत जरूरी औपचारिकताओं की जानकारियां दी जाएगी। इच्छुक लाभार्थी जिनका अपना मकान हो या पट्टे पर भूमि हो वह इस योजना का लाभ ले सकता है।
योजना के तहत प्रथम पांच वर्षों में ऋण पर्वतीय क्षेत्रों के लाभार्थियों हेतु पूंजी संकर्म की लागत के 33 प्रतिशत या रूपये 10.00 लाख इसमें जो भी कम मूल सब्सिडी के रूप में एवं प्रथम पांच वर्ष में ऋण के सापेक्ष देय ब्याज का 50 प्रतिशत अधिकतम रुपये 1.50 लाख की दर से प्रतिवर्ष देय होगी।
इस हेतु उत्तराखंड डॉट होम स्टे पर आवेदन किया जा सकता है। संस्कृति विभाग से हैरिजेटेज स्थलों की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी कहते हैं कि मंदिरों को सुदृढ़ और विकसित किया जाए, ताकि पर्यटकों का अधिक से अधिक आवागमन हो। जिससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार प्राप्त हो सके।
शुक्रवार को होम स्टे योजना के तहत पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी सुशील कुमार ने पर्यटन, संस्कृति, खेल तथा युवा कल्याण विभागों की समीक्षा बैठक भी ली। उन्होंनेे पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने के लिए विभागों से ठोस कार्ययोजना तैयार करने को कहा। साथ ही पर्यटन अधिकारी को योजना का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने की बात कही, ताकि इस योजना से अधिक से अधिक लोग लाभांवित हो सकें। उन्होंने पर्यटन अधिकारी को प्राप्त पूर्ण आवेदनों को लंबित न रखते हुए शीघ्र कार्यवाही करने को कहा।
कुल मिलाकर यह पहल यदि रंग लाई तो घर में ही आर्थिकी सुधरने के साथ ही जनपद से लगातार हो रहे पलायन की गति पर रोक लग सकती है और अन्य प्रदेशों का रुख कर चुके युवाओं को भी अपने जिले की ओर वापस लौटने की प्रेरणा मिलने की संभावना है।