लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे थम जाएगा। इस बीच नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे संदेश जा रहा है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही हाथ खड़े कर दिए हैं। यूं भी इस पूरे चुनाव में कांग्रेस कहीं भी मजबूती से संघर्ष करती नजर नहीं आई।
इस नीरस चुनाव में कांग्रेसियों की आपस में सिर-फुटव्वल के अलावा जो गंभीर बात दिखाई दी, वो यह कि केंद्रीय स्तर के नेताओं ने भी उत्तराखंड का रुख नहीं किया। आज इंदिरा हृदयेश ने एक ऐसा बहाना मार दिया, जो खुद किसी के भी गले नहीं उतरेगा। इंदिरा हृदयेश ने कहा कि भाजपा ने सारे हैलीकॉप्टर पहले ही किराये पर ले लिए थे और कांग्रेस को किराये के हैलीकॉप्टर भी नहीं मिल पाए, इसलिए कांग्रेस के स्टार प्रचारक प्रचार करने उत्तराखंड में नहीं आ पाए।
इंदिरा हृदयेश यहीं नहीं रुकी। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस महासचिव बनी प्रियंका गांधी के बारे में कहा कि प्रियंका का पूरा फोकस उत्तर प्रदेश के चुनाव में है, इसलिए वह यहां नहीं आई। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के इस ताजा बयान से एक संदेश तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही चुनाव परिणाम की पटकथा लिखनी शुरू कर दी है। अन्यथा मतदान से ठीक दो दिन पहले स्टार प्रचारकों के न आने पर इस प्रकार का बयान न दिया जाता।
इससे पहले इंदिरा हृदयेश ने कहा कि “नरेंद्र मोदी पूरे बहुमत के साथ सत्ता में नहीं आ रहे हैं।” जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या इसका मतलब यह है कि भले ही कम बहुमत के साथ और जोड़ तोड़ के साथ सत्ता में आ रहे हो लेकिन आ मोदी ही रहे हैं ,कांग्रेस नहीं !!इंदिरा हृदय से जवाब देते नहीं बना।
एक और सवाल के जवाब में इंदिरा हृदयेश ने कहा कि वह “टिहरी सीट को विजयी मान रही हैं, जबकि बाकी चार सीटों पर संघर्ष है।” जाहिर है कि इंदिरा हिरदेश का यह बयान भी रिजल्ट आने से पहले ही हथियार डाल देने जैसा है।