कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड के नैनीताल पहुंचे जाने माने हास्य कवि राजू श्रीवास्तव ने मी टू मुहिम पर पूछे एक सवाल पर बोलते हुए कहा कि मैंने एक तोता पल है जो मी टू- मी टू बोलता है। उन्होंने कहा कि इसमें न्याय होना चाहिए, क्योंकि कोई भी किसी का नाजायज फायदा नहीं उठा सकता है। राजू ने कहा कि आरोप लगाने वाली लड़कियां 5 से 10 वर्ष पहले हुई घटनाओं को साबित कैसे करेंगी ?
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उन्होंने कहा कि ये सच है कि लड़कियों को ऐसा दौर देखना(फेस करना)पड़ता है, इसमें लड़कों को सुधरना चाहिए। बोला कि ताकत दिखाकर बिना इच्छा के किसी भी लड़की के साथ गलत नहीं कर सकते हैं। राजू श्रीवास्तव ने बौलीवुड का बचाव करते हुए कहा कि ये केवल बौलीवुड में ही नहीं बल्कि बाहर भी होता है लेकिन ये बात देर से ही सही बाहर तो आई है। उन्होंने बॉलीवुड में काम की तलाश में गई लड़कियों को मर्दों द्वारा शिकार बनाने की तलाश किये जाने के आरोपों को सही बताया।
नैनीताल एक कार्यक्रम में उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश और पंजाब के चिकित्सकों को हंसाने पहुँचे हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव ने बताया कि आजकल के बच्चों को उनके परिजनों ने कमरों से बाहर निकालना चाहिए और मैदानों में शारीरिक खेलों की तरफ मोड़ना चाहिए। मोबाइल और लैपटॉप पर बैठने से बच्चों का मस्तिष्क अच्छा नहीं हो सकेगा। उन्होंने कहा कि मैंने महसूस किया है कि पिछले दस वर्षों से हंसी गुम हो रही है और ठहाके नहीं सुनाई पड़ते हैं। मोबाइल मैसेजों में जोक्स पर बोलते हुए राजू ने कहा कि एक कमरे में सब अलग अलग मोबाइल लेकर हंसते हैं और मिलकर ठहाके कोई नहीं लगाता।