उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार के दो वर्ष कार्यकाल पूरा होने से पहले एक बड़ी उपलब्धि उनके खाते में जुड़ गई है। पिछली सरकार के दौरान 108 एंबुलेंस में रिकार्ड डिलीवरी का दावा करने वाली सरकार के कार्यकाल में आजकल सड़क पर प्रसव होना आम बात हो गई है। प्रदेशभर में पुलों पर सड़कों में और अस्पताल के बाहर प्रसव की खबरें तो बहुत सुनी, लेकिन नया मामला मोबाइल की टॉर्च से प्रसव कराने का है।
देखिए वीडियो
टिहरी से आई एक महिला ने उक्त वीडियो में दावा किया है कि जब वो प्रसव के लिए डिलीवरी रूम में गई तो लाइट चली गई। उनके साथ आधा दर्जन और प्रसव पीडि़ता महिलाएं थी। चूंकि उस समय अस्पताल में बिजली नहीं थी, इसलिए डॉक्टरों और नर्स ने मोबाइल की रोशनी से प्रसव करवाए।
यह वही सरकार है, जो देशभर में सौभाग्य योजना के नाम पर हर घर में बिजली देने का दावा कर रही है। बहरहाल इस एक्सक्लूसिव वीडियो ने उत्तराखंड सरकार की ऊर्जा प्रदेश होने की भी पोल खोलकर रख दी है।