देहरादून पुलिस ने रिकॉर्ड समय में 3 दिन के अंदर ही समर जहां हत्याकांड का खुलासा कर दिया पुलिस की जांच में हत्या कराने वाला राकेश गुप्ता का बेटा कार्तिक ही निकला।
फिल्मी अंदाज में हुई इस हत्या के लिए उसे उसके पिता राकेश गुप्ता और उसकी मां सीमा सिंघल ने ही कहा था।
खबर विस्तार से
कार्तिक ( 252 संजय मार्ग, पटेलनगर मुजफ्फरनगर, उ.प्र.) के पिता राकेश गुप्ता की महिला मित्र समरजहाँ, जो कि पैसिफिक गोल्फ स्टेट सहस्त्रधारा के पास एक फ्लैट में किराये पर रहती थी, उसको दिनांक 07.05.2019 को समय करीब 08.45 बजे रात्रि में कार सवार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली मार दी गयी, जिसकी दौराने उपचार मैक्स अस्पताल में मृत्यू हो गयी थी। जिस पर थाना राजपुर पर मु.अ.सं. 72/19 धारा 302 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
सूचना पर पुलिस के उच्चाधिकारी गण, थाना राजपुर पुलिस, एसओजी टीम, फील्ड यूनिट घटना स्थल सहस्त्रधारा रोड पैसेफिक गोल्फ स्टेट पर पहुँची। पुलिस द्वारा घटनास्थल को सुरक्षित करते हुये, फील्ड यूनिट द्वारा घटना स्थल से चले खोखा राउण्ड, खून आलूदा पत्ते, मिट्टी इत्यादि साक्ष्य एकत्रित किये। घटना स्थल के आस-पास के लोगो से गहनता से पूछताछ की तो लोगों द्वारा बताया गया कि एक कार चालक द्वारा मृतका समरजहां पर 05 राउन्ड फायर किये गये, घायल समरजहां को कार्तिक द्वारा अपनी कार से मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने जांच और पूछताछ की तो पता चला वही हत्या की सुपारी देने वाला निकला।
कार्तिक ने पूछताछ एवं बयानो में बताया कि वह सहस्त्रधारा रोड पर कुल्हान में माउंट ग्रिल रेस्टोरेन्ट चलाता है। रेस्टोरेन्ट के पास में ही उसके पिता की महिला मित्र समर जहां को उसके पिता द्वारा एक बुटीक दिलवाया, जिसका काम चल रहा है तथा समरजहां भी उसके साथ रेस्टोरेन्ट में कामकाज देखती थी व पास में ही पैसफिक गोल्फ स्टेट से कुछ दूरी पर अन्दर गली में फ्लैट पर किराये में रहती थी।
कार्तिक के पिता राकेश गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि मृतका समर जहां को वह काफी सालों से जानता है, मृतका मुजफ्फरनगर में उसके घर के पास ही रहती थी व मृतका का उसकी दुकान पर आना जाना था, जिस कारण दोनो में दोस्ती हो गयी। इस बात की जानकारी राकेश गुप्ता के परिवार को भी हुयी। राकेश गुप्ता की पत्नी सीमा ने पूछताछ में बताया कि उसके पति के समर जहां से सम्बन्ध थे, जिसकी जानकारी उसे लगभग एक साल पहले पता चली थी।
मुखबिर ने बताया गया कि घटना में मुजफ्फरनगर के किसी गैंग का हाथ होने की सम्भावना है। देवबन्द में मुखबिर की सूचना पर घटना में शामिल एक अभियुक्त मोमीन को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त मोमीन से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि वह एक अपराधी के लिये काम करता है।
कार्तिक पुत्र राकेश से उसी के द्वारा उसे मिलवाया गया था, कार्तिक द्वारा बताया गया था कि उसके पिता के समर जहां नाम की महिला से अवैध सम्बन्ध है, जिस कारण उसके घर में अकसर झगडा होता रहता है व उसकी माँ काफी परेशान रहती है। कार्तिक ने मोमीन व उसके अन्य साथी को समरजहां की हत्या करने के लिये चार लाख रुपये देने का वादा किया, जिसमे से दो लाख रुपये दिनांक 29.04.19 को कार्तिक द्वारा उसे सहस्त्रधारा रोड पर अपने रेस्टोरेन्ट के पास दिये गये। कार्तिक द्वारा मृतका समरजहां व उसके फ्लैट को भी उसी दिन दिखाया गया। दिनांक 06.05.19 को समरजहां के फ्लैट की रैकी की व हमने दिनांक 07.05.19 को उसकी हत्या की योजना बनायी। दिनांक 07.05.19 को रात में नौ बजे के लगभग मारुती सियाज कार UK17-9786 पर अकेले आकर समरजहां की गोली मारकर हत्या कर दी। इसी कार से हमने पहले यहां की रैकी की थी, उक्त अपराधी ने समरजहां की हत्या करने के बाद मुझे वटसअप पर काल कर बताया व अंडरग्राउंड होने को कहा।
अभियुक्त मोमीन के बयानों के आधार पर वादी कार्तिक से सख्ती से पूछताछ की गयी तो कार्तिक द्वारा अपना जुर्म कबूलते हुये बयान किया कि उसके पिता के समर जहां से अवैध सम्बन्ध थे, जिस कारण उसकी मा और पिता में अकसर झगडे होते रहते थे, उसके पिता द्वारा समर जहां पर काफी खर्चा किया जाता था। समरजहां अब उसके पिता पर शादी करने व प्रापर्टी मे आधा हिस्सा देने का दबाव बना रही थी, जिससे उसके पिता राकेश भी तंग हो गया था। इस पर उसने अपनी मा व पिता के कहने पर समरजहां को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनायी व हत्या की सुपारी में एडवांस में दो लाख रुपया दिया गया जो कार्तिक को उसके पिता राकेश द्वारा ही दिया गया था, तत्पश्चात राकेश एवं उसकी पत्नी सीमा सिंघल से कडाई से पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि राकेश गुप्ता के समरजहां से 6-7 सालों से अवैध सम्बन्ध थे। समर जहां की शादी भी राकेश गुप्ता द्वारा दबाव देकर तुडवा दी थी, अब समरजहां राकेश गुप्ता पर शादी करने व प्रापर्टी में हिस्सा देने का दबाव बना रही थी, जिस कारण दोनो पति पत्नी में आपस में झगडा होता था व आम समाज में बदनामी हो रही थी। इस कारण यह लोग समरजहां से किसी तरह पीछा छुडाना चाहते थे जिस कारण उनके द्वारा अपने बेटे कार्तिक को दो लाख रुपये देकर समरजहां की हत्या की योजना बनाकर सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी गयी। अभियोग में धारा 120 बी भादवि की बढोत्तरी की गयी एवं गिरफ्तारशुदा अभियुक्तगण कार्तिक, राकेश, सीमा को गिरफ्तार किया गया, जिन्हे न्यायालय में पेश किया जा रहा है। अभियुक्त कार्तिक के मुजफ्फरनगर के अपराधियों से सम्बन्ध की भी जांच की जा रही है।