एक्सक्लूसिव: झांपू प्रकरण पर सी एम के पक्ष में बैटिंग पर उतरा रेता बजरी सप्लायर। पत्रकारों और गायकों के खिलाफ दी तहरीर। एक महीने पहले खुद ही सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के जीरो टोलरेंस और अंधेर नगरी पर उठा रहा था सवाल !
झांपू प्रकरण पर चौतरफा चर्चा के बाद त्रिवेंद्र सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर तथा सभी सहयोगी जहां थोड़ा बहुत बयानबाजी के बाद अपनी-अपनी मांद में दुबक गए हैं, वहीं अकेले पड़े मुख्यमंत्री के बचाव में एक रेता बजरी और अवैध खनन का सप्लायर जमकर बैटिंग में उतर आया है। गौरतलब है कि अनिल पांडे नाम का यह सप्लायर कुछ दिन पहले अवैध खनन रोके जाने का जमकर विरोध करने पर सुर्खियों में आया था एक वीडियो में आप सुन सकते हैं कि यह सप्लायर डंपर को प्रदेश और देश के विकास का पर्यायवाची बता रहा है।
देखिए वीडियो
कौन है यह रेता बजरी सप्लायर
यह सप्लायर खुद को “मिशन मोदी आगेन पीएम” अभियान का खुद को प्रदेश महामंत्री बताता है और खुद को भाजपा का कार्य कर्ता बताता है। किंतु मुख्यमंत्री को गरियाने के लिए खुद पार्टी फोरम के बजाए सोशल मीडिया का माध्यम चुनता है।
यह वही रेता बजरी सप्लायर है जो कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस की नीति पर जमकर सवाल उठा रहे थे। अनिल पांडे ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री पर प्रहार करते हुए कहा था कि जीरो टॉलरेंस की नीति कहीं दिखाई नहीं दे रही है और सारे अधिकारी अपने घरों में सोए पड़े हैं तथा जो भी काम इस राज्य में हो रहा है सब कुछ रात के अंधेरे में हो रहा है।
गाने के खिलाफ थाने में तहरीर देकर मुख्यमंत्री के प्रति अपनी नजदीकी जताने का प्रयास करने वाले इस रेता बजरी सप्लायर ने कुछ ही दिन पहले अवैध खनन के खिलाफ जब शासन प्रशासन ने अपना डंडा चलाया था तो इसी रेता बजरी सप्लायर ने ट्रांसपोर्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आह्वान किया था।
आप एक और वीडियो में साफ सुन सकते हैं कि यह रेता बजरी सप्लायर कह रहा है कि यह राज्य अंधेर नगरी बन चुका है। यहां सारे काम रात के अंधेरे में ही हो रहे हैं। अब अचानक से मुख्यमंत्री के पक्ष में आकर थाने में तहरीर देने से जितने लोग इस रेत और बजरी सप्लायर को जानते हैं उन लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं चल पड़ी हैं।
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सप्लायर खुद स्वीकार रहा है कि सरकार सो रही
एक और वीडियो में यह रेता बजरी सप्लायर सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए कहता है कि सरकार ट्रांसपोर्टरों के लिए कुछ नहीं कर रही है और ट्रांसपोर्टर आत्महत्याएं कर रहे हैं। यही नहीं यह सप्लायर कुछ दिन पहले ट्रांसपोर्टरों द्वारा की गई आत्महत्या को लेकर भी सरकार पर जमकर निशाना साध रहा था।इस वीडियो में आप इस सप्लायर को साफ सुन सकते हैं।
लोग पूछ रहे हैं कि प्रचंड बहुमत की सरकार के पास अब बचाव करने के लिए रेता-बजरी के सप्लायर ही बचे रह गए हैं !
मुख्यमंत्री ने पदभार संभालने के तत्काल बाद एक बयान में सार्वजनिक रूप से कहा था कि उनके इर्द-गिर्द कोई भी खनन माफिया नजर नहीं आएगा। वहीं तमाम खनन माफिया आज मुख्यमंत्री के साथ गलबहियां करते साफ देखे जा सकते हैं और सबसे अधिक अवैध खनन यदि कहीं हो रहा है तो वह मुख्यमंत्री की ही विधानसभा क्षेत्र में है। पर्वतजन इस पर काफी कवरेज भी पाठकों के समक्ष रख चुका है।
यह है तहरीर
एक ओर मुख्यमंत्री ने झांपू गीत पर प्रतिक्रिया मे कहा कि जो जिसका काम है वह कर रहा है, वहीं इस तरह की तहरीर के विषय मे यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह तहरीर इस मामले को सीएम के खिलाफ मुद्दा गरम रखने के लिए दी गई है या फिर सप्लायर सिर्फ सीएम की नजर मे नंबर बढाना चाहता है। एक ओर जहां गायक पवन तथा रोशन रतूड़ी द्वारा इस प्रकरण को तूल न देने की अपील की गई थी, वहीं अब तहरीर के बाद यह मुद्दा फिर से गरमाने के आसार बढ़ गए हैं।