• Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • वेल्थ
  • हेल्थ
  • मौसम
  • ऑटो
  • टेक
  • मेक मनी
  • संपर्क करें
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

…तो क्या चाइना के अतिक्रमण पर सीमांत उत्तराखंडियों को अंधेरे में रख रहे हैं अधिकारीगण!

in पर्वतजन
0
1
ShareShareShare

Related posts

गुड न्यूज़ : अपर जिला जज मनोज गर्ब्याल ने एडवोकेट विकेश सिंह नेगी को किया सम्मानित

January 30, 2023
29

विधायक उमेश कुमार ने कराया 21 गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह, लोक जमकर कर रहे तारीफ

January 30, 2023
25

मध्य सीमा क्षेत्र में चीनी अतिक्रमण पर वरिश्ठ पत्रकार और विदेष मामलों के जानकार हरिष्चद्र चंदोला का विष्लेशण
भारत-चीन (तिब्बत) के मध्यर्व्ती सीमाक्षेत्र जो उत्तराखंड राज्य में पड्ता है, में कुछ तनाव की स्थिति बनती मालूम पड्ती है। । लगभग दस दिन पहले एक चीनी हेलीकौप्टर या वायुयान भारतीय सीमा क्षेत्र में उड्ता दिखाई दिया। इस खबर की पुश्टि अखबारों में दिल्ली के किसी अधिकारी या संस्था द्वारा की गई।
उसके दूसर तथा तीसरे दिन भारतिय वायु सेना के जहाज इस क्षेत्र में मंडराने लगे लेकिन दूसरे दिन उन्हें उस चीनी आकाषीय अतिक्रमण का क्या सुराग मिलता।? केवल यही बताया जाता कि भारत उस क्षेत्र में सकृयता से नज़र रखे है।
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस तथा फौज के सीमान्त ब्रिगेड के कार्यालय तथा मुख्यालय यहां जोषिमठ में हैं ़ दोनों के अधिकारियों से जब इस चीनी हवाई गतिविधि के बारे में पूछा गया तो उनका उत्तर था कि वे इस विशय पर कुछ नहीं कहना चाहेंगे ।। सीमा पुलिस तथा सेना की चौकियंा सरहद के पास हैं और उन्हें इस अतिक्रमण के बारे में ज्ञान होना चाहिए।
सीमा पर घास का बहुत बडा ढालवाला क्षेत्र, बडा होती, ठीक दोनों देषों की सीमा पर स्तित है, जो कि विवादित माना जाता है ।। वहां तिब्बत तथा उत्तराखंड सीमांत के चरवाहे अपनी भेडों तथा याकों को चराने ग्रीष्म में पंहुंच षीतकाल तक रहते ह़ैं उन चरवाहों को उस सीमा पर सब गतिविधियां दिखाई देती हैं। और उन्हें वहां जो कुछ भी होता है उसका ज्ञान रहता है। सीमा रक्षक तो कभी कभी ही गस्त पर निकल स्तिथि का ज्ञान प्राप्त करते हैं ़ लेकिन भारतीय पषुचारक तो सदैव ही पषुओं के साथ् बाहर खुले में रहते हैं और जो कुछ भी वहां हो रहा होता है उसकी जानकारी रखते हैं उन्हें पता होता है कि कब, कहंा चीनी फौजी आए
चीनी सैनिक कभी कुछ कागज या सिगरेट इत्यादि के ड्ब्बिे सीमा में छोड जाते है। उन्हें सरहद पर तैनात रक्षक उठा जोषीमठ ले आते थे। यहां फौज एक चीनी भाशा का षिक्षा केन्द्र दस साल से चल रहा था जो चीनी कागज़ों का अनुवाद कर लेता था। उस केंन्द्र को पिछले वर्श, पता नहीं क्यों, बंद कर दिया गया। और अब चीनियों के छोडे सामान-कागजों को दे्खा, पढवाया जाना नहीं हो पाता। षिक्षा केन्द्र बंद होने के बाद अब वह संभव नहीं है।
चीनी अतिक्रमण को गुप्त रखना भारत के हित में नहीं हो सकता। उसके बडे प्रचार की आवष्यकता भी नहीं है, लेकिन सरह्दी लोगों को सतर्क रखने की जरूरत अवष्य है।
मैं १९६२ में चीन के साथ उत्तरपूर्व में हुए युद्ध की याद दिलाना चहता हूं। चीनी फौज तब भारत में १॰॰ किलोमीटर से अधिक अंदर घुस एक पूृरे भारतीय ब्रिगेड को बंदी बना ल्हासा, तिब्बत, ले गई थी। चीनी सेना ने पैदल ही भारत मंे प्रवेष किया था।
यह असंभव होगा कि बडी संख्या में इतनी दूर तक आते चीनी सैनिको को। वहां के स्थानीय लोगों ने न देखा हो। किन्तु कोई भी स्थ्ानीय निवासी भारतीय सैनिकों को सतर्क करने नहीं आया।।
लडाई के समय स्थानीय लोगों की महत्वपूृृृृृर्ण भूमिका होती है। उनके द्वारा बहुत आवष्यक खबरें प्राप्त हो जाती हैं।
क्या अधिकारीगण उत्तराखंड के सीमांत निवासियों को सरहद पर होनेवाली गतिविधियों की खबरों से बंचित रखना चाहते हैं? अभी हाल में जो चीनी तथाकथित अतिक्रमण हुआ उसकी इस क्षेत्र के लोगों को जानकारी देना उचित होता। उसके बारे में अफवाह फैलाने की आवष्यता नहीं थी। लेकिन स्थ्ानीय लोगों को जानकारी देना ठीक रहता, ताकि लोग सतर्क रह सकते। सीमा पर जनता तथा सेना या सीमांत पुलिस का संपर्क आवष्यक है। उसकी अनदेखी करना देष को लाभकारी नहीं होगा। अधिकारियों का यह कहना कि उन्हें चीनी सेना की घुसपैठ गतिविधियों का कोई ज्ञान नहीं है, लोगों तथा देष के हित मे नहीं होगा। सरहदी लोगों को सर्त्क रखना देष के हित में ही होगा। यह ज़िम्मेदारी सरहद में तैनात अधिकारियों की होनी चाहिए ़ उनका यह कहना कि उन्हें कुछ नहीं पता है कहना उचित नहीं होगा

Previous Post

जब से आए बहुगुणा...

Next Post

सैंया भये प्रिंसीपल तो डर काहे का!

Next Post

सैंया भये प्रिंसीपल तो डर काहे का!

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RECOMMENDED NEWS

एक्सक्लूसिव वीडियो : मलारी में टूटा ग्लेशियर, दहशत का माहौल, देखें वीडियो

3 days ago
3

अपराध : सरकारी धन का गबन करने वाला फरार आरोपी पीडब्ल्यूडी कनिष्ठ सहायक गिरफ्तार

4 days ago
3

एक्सक्लुसिव खुलासा : आखिर बाल विकास के पूर्व उपनिदेशक ए- स्क्वायर को बचा रहे थे !

4 days ago
1

अपडेट : गरीब लोगों के लिए ही बनी है यह योजना, बिना गारंटी के आसानी से मिलता है लोन

8 hours ago
1

BROWSE BY CATEGORIES

  • उत्तराखंड
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ

POPULAR NEWS

  • जॉब अपडेट : UKPSC ने निकाली भर्तियां, पढ़ें पूरी जानकारी

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बड़ी खबर : पुलिस के सामने वनंत्रा रिजॉर्ट में घुस गया विनोद आर्य, घंटों की छानबीन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • PAN CARD : पैन कार्ड को बनाया जाएगा सामान्य पहचान l वित्त मंत्री ने किया बड़ा ऐलान

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बड़ी खबर : UKPSC पटवारी / लेखपाल भर्ती को लेकर आया बड़ा अपडेट, इस दिन होंगे एडमिट कार्ड जारी

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बड़ी खबर : पढ़िए UKPSC का बड़ा अपडेट

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

    पर्वतजन

    पर्वतजन न्यूज़ पोर्टल उत्तराखंड की ऐसी खबरों का न्यूज़ पोर्टल है, जिन खबरों को शेष मीडिया प्रकाशित करने की हिम्मत नहीं करता | यदि आपके पास कोई ऐसी खबर है, जिसे कोई दूसरा मीडिया नहीं दिखाता तो आप पर्वतजन से संपर्क कीजिए|

    Recent News

    • सावधान : फर्जी निकली एक लाख से अधिक शिक्षकों की नौकरी बांटने वाली वेबसाइट
    • नैनीताल की बैठक के बाद आम आदमी पार्टी पदाधिकारियों के धड़ाधड़ इस्तीफे, जानिए क्यों हुआ जोरदार वीरोध…
    • हाईकोर्ट ब्रेकिंग : UKSSSC पेपर लीक में शामिल कंपनी के डायरेक्टर को मिली शॉर्ट टर्म जमानत

    Category

    • उत्तराखंड
    • पर्वतजन
    • मौसम
    • वेल्थ
    • सरकारी नौकरी
    • हेल्थ

    Recent News

    सावधान : फर्जी निकली एक लाख से अधिक शिक्षकों की नौकरी बांटने वाली वेबसाइट

    February 2, 2023

    नैनीताल की बैठक के बाद आम आदमी पार्टी पदाधिकारियों के धड़ाधड़ इस्तीफे, जानिए क्यों हुआ जोरदार वीरोध…

    February 2, 2023
    • Contact
    • Privacy Policy
    • Terms and Conditions

    © Parvatjan All rights reserved. Developed by Ashwani Rajput

    No Result
    View All Result
    • Home
    • उत्तराखंड
    • सरकारी नौकरी
    • वेल्थ
    • हेल्थ
    • मौसम
    • ऑटो
    • टेक
    • मेक मनी
    • संपर्क करें

    © Parvatjan All rights reserved. Developed by Ashwani Rajput

    error: Content is protected !!