पेट्रोल पम्पों पर जरूरी सुविधाएं नदारद
गिरीश गैरोला
चारधाम यात्रा एक बार फिर से रिकॉर्ड छूने को बेताब है।आने वाले दिनों में स्कूल कॉलेज में अवकाश और मैदानों में चढ़ते पारे को देखते हुए यात्रियों की तादाद में और अधिक बृद्धि होगी, किन्तु मुनाफा लेने के बाद जरूरी नागरिक सुविधा देने में कोताही बरती जा रही है।
गंगोत्री और यमुनोत्री दो धामो के मायके उत्तरकाशी मुख्यालय में यात्रियों ने बताया कि सुबह से पेट्रोल के लिए खड़े है किंतु पम्प खुले है नहीं है। यात्रियों ने होटल मालिक से अपनी शिकायत की। सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर जब हम भी मौके पर पहुचे तो देखा इंडियन ऑयल कंपनी का पेट्रोल पंप बंद पड़ा है, जबकि इस के सूचना पट पर सुबह 6 बजे खुल्वे का समय दर्ज किया गया है। इतना ही नहीं पेट्रोल पंप पर उपभोक्ताओं के लिए जरूरी नागरिक सुविधाओं का जिक्र किया गया है, जिसमें पीने का पानी वाशरूम और वाहन के लिए निशुल्क हवा की सुविधाओं के बाद ही पम्प की अनुमति मिलती है, किन्तु इस सुविधाओं को लेकर ये अकेला पम्प ही नहीं जनपद के ज्यादातर पम्प उदासीन हैं। पूछने पर ‘ खराब है ‘ का सामान्य से उत्तर देकर पल्ला झाड़ लेते हैं। कुछ तो हवा भरने के लिए सामने की दुकान का पता भी समझा देते हैं।
होटल व्यवसायी राकेश जुयाल ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालकों की इस उदासीनता से यात्री परेशान होते हैं और यात्रा मार्ग पर उनके शहर की अच्छी छवि धूमिल होती है। जिससे बाकी यात्रियों में यात्रा को लेकर बुरा संदेश जाता है।
इस संबंध में जब जिला पूर्ति अधिकारी गोपाल matuda से दूरभाष पर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस वक्त वे किसी कार्य से राजधानी दिल्ली में है, किंतु वे दूरभाष पर संबंधित से बात कर विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्दश देंगे।
अब देखते हैं कि पूर्ति अधिकारी पम्प मालिकों की हवा भरते हैं या उनकी हवा टाइट करते हैं। तब तक यात्री वाहनों को बिना मानकों वाले गेज से अंदाजे की हवा टायर में भर कर पहाड़ी सर्पिले मार्गों पर सफर करना ही होगा।