प्रेमनगर में चले अतिक्रमण हटाओ महाअभियान में अतिक्रमण तो हटा दिया गया, किंतु जेसीबी द्वारा तोड़े गए भवनों के खंबे, छत और दीवारें अब हवा में लटक रही हैं। इससे यहां से गुजरने वाले वाहनों व राहगीरों के साथ कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
अतिक्रमण ध्वस्त करने के बाद लगभग एक माह होने को है, लेकिन अभी भी प्रेमनगर में अवशेष बचे खंडहरों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। इससे आमजन के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। हवा में लटक रहे ये खंडहर कभी भी किसी के ऊपर गिरकर किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं। यही नहीं सड़क पर मलबा गिरने का अंदेशा बना हुआ है। यह सीधे-सीधे दुर्घटना को न्योता देने जैसा है। बावजूद इसके अतिक्रमण ध्वस्त कराने के बाद प्रशासन इस तरह मौन हो गया है कि मानो उसे लोगों की सुरक्षा का कोई सरोकार नहीं रह गया हो।