कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड पुलिस की महिला टीम ने मोटरसाइकिल चलाते हुए एक वीडियो फेसबुक के माध्यम से वायरल किया है, जिसमें वो हाथ छोड़कर और बिना हेलमेट लगाए हुए पहाड़ों में सैर कर रही हैं। बागेश्वर पुलिस ने मामला बाहर जिले का बताकर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
युवतियां सिविल ड्रेस में हैं लेकिन पुलिस कर्मी बताई जा रही हैं, जो बागेश्वर चुनाव ड्यूटी पर गई हैं।
सोशियल मीडिया में पसंद किए जा रहे इस वीडियो में सड़क के एक तरफ पहाड़ तो दूसरी तरफ खाई नजर आ रही है। अगर गौर से देखें तो जिस स्कूटी से वीडियो बनाया जा रहा है और पीछे से आ रही मोटर साइकिल दोनों ही रॉंग साइड(गलत तरफ से)चल रहे हैं।
बागेश्वर जिले के कौसानी की हसीन वादियों की तरफ जाते हुए एक सहायक राइडर ने मोबाइल कैमरे की रिकॉर्डिंग खोलकर माजरे को कैद किया है।
एक स्कूटी और एक टी.वी.एस.अपाचे मोटर साइकिल में सवार कुल चार युवतियों में से केवल एक स्कूटी चालक ने ही हैलमेट पहन रखा है। मामला केवल यहीं नहीं खत्म होता है, कानून का पालन कराने वाली इन पुलिस कर्मी युवतियों ने खुद मोटर साइकिल से हाथ छोड़कर अपनी मर्दानगी(हिम्मत)जताई है। वीडियो में कहा जा रहा है कि वीडियो बनाने वाली का भी वीडियो बनाने के लिए धन्यवाद होना चाहिए।
सफर में खुश स्कूटी चालक युवती का कहना है कि ऐसा आनंद उन्होंने कभी नहीं उठाया है। परिजनों के साथ तो बहुत घूमी हैं लेकिन दोस्तों के साथ पहली बार सैर सपाटे पर निकली हैं। वीडियो में पीले स्वेटर में काला सन ग्लास लगाए युवती ने कहा कि उन्होंने बहुत मुश्किल से स्कूटी का इंतजाम किया है।
वीडियो का खतरनाक हिस्सा है, जब पीछे मोटर साइकिल चला रही युवती दोनों हाथ छोड़ देती है। सिविल ड्रेस में घूम रही इन पुलिस कर्मियों ने अपने फ्री टाइम में ना केवल कौसानी के गांधी ग्राम का दौरा किया, बल्कि वो बैजनाथ मंदिर दर्शनों के लिए भी रुके।
पुलिस कर्मियों के इस वीडियो संदेश से बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले समेत राज्य के अन्य जिलों में मोटर साइकिल चालकों के कानून का सम्मान करने वालों के लिए गंदा संदेश है, ये खतरनाक साबित हो सकता है। जरूरत है कि कानून की अवमानना करते इस तरह के वीडियो सोशियल वीडियो में पोस्ट नहीं किये जाने चाहिए ताकि ये वायरल ना हो सकें।