किच्छा के विधायक राजेश शुक्ला की पारिवारिक फैक्ट्री का बिजली कनेक्शन रुद्रपुर अधिशासी अभियंता विनोद पांडे ने काट दिया तो विधायक जी ने पांडे जी का बोरिया बिस्तर ही बंधवा दिया।
काफी लंबे समय से बिजली का बिल जमा न होने पर जब रुद्रपुर अधिशासी अभियंता ने बिल जमा करने को कहा तो फैक्ट्री प्रबंधन ने बिल जमा नहीं किया।
अधिशासी अभियंता ने फैक्ट्री का विद्युत कनेक्शन कटवा दिया और फरमान जारी कर दिया कि जब तक पूरा बिल जमा नहीं होगा, तब तक कनेक्शन नहीं जोड़ा जाएगा।
अपनी ही सरकार में अफसर की इस हिमाकत पर विधायक शुक्ला तैनात मे आ गए और एमडी से कह कर पांडे का तबादला रानीखेत करा दिया।
पुराना है शह- मात का खेल
पांडे जी भी पुराने चावल हैं। काफी लंबे समय से अपनी पहुंच के बल पर रुद्रपुर में तैनात थे और पानी में रहकर मगर से बैर ले लिया।
विधायक जी ने भी अपने क्षेत्र में विधायक निधि से कामों में सुस्ती दिखाने का बहाना निकालते हुए पांडे जी का बिस्तर बंधवा दिया।
विधायक का कहना है कि उनकी विधानसभा में विधायक निधि से विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त कराए जाने के कार्यों में अधिशासी अभियंता जानबूझकर लेटलतीफी कर रहे थे।
विधायक ने इससे पहले भी 4 अप्रैल को अधिशासी अभियंता का ट्रांसफर रानीखेत करा दिया था लेकिन अधिशासी अभियंता 15 दिन में ही वापस रुद्रपुर आ गए।
इस बार विधायक भारी पड़ गए। विधायक शुक्ला के कहने पर एमडी ने पांडे को रानीखेत भेज दिया गया और उनकी जगह पर उमाकांत चतुर्वेदी को तैनाती दे दी। अब ऐसा लगता है कि विधायक जी की फैक्ट्री बिना बिल जमा कराए बदस्तूर चलती रहेगी। आखिर जीरो टोलरेंस वाली सत्ताधारी पार्टी के विधायक जो ठहरे !
ऐसे अफसरों का मनोबल बनाए रखने का क्या फायदा जो विधायक जी का ही कनेक्शन कटा दे। यह तो सिर्फ फिल्मों मे होता है भई !