हरीश रावत से सांसद राज्यलक्ष्मी की मुलाकात के मायने आम पार्टी के बाद खास मुलाकात देहरादून के एक बैंकट हॉल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दी गई आम पार्टी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,विधायक विनोद चमोली सहित कई खास लोगों के शिरकत करने के बाद भाजपा मे बवाल शुरू हो गया है। अजय भट्ट ने आम पार्टी में जाने वाले भाजपा नेताओं पर अपरोक्ष रूप से हरीश रावत पर घोटालों के आरोप लगाते हुए वार किया तो हरीश रावत ने भी पलटवार करते हुए कह दिया कि “सरकार तो आपकी ही है, घोटालों की जांच खुद के घर से ही शुरू क्यों नहीं करते ! आखिर चैरिटी बिगिंस एट होम।”
हरीश रावत ने भाजपा सरकार के घोटालों को गिनाते हुए इन्ही की जांच से शुरुआत करने की बात कही। अजय भट्ट ने हरीश रावत की आम पार्टी में न जाने को लेकर कहा था कि “पीएम को गाली देने वालों के आगे हम हा हा ही ही नहीं कर सकते।”
जाहिर है कि आम पार्टी में शामिल हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की खुल कर हंसने- मुस्कराने वाली फोटो सोशल मीडिया से लेकर तमाम अखबारों और चैनलों पर भी जमकर वायरल हो गई थी।
अजय भट्ट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हरीश रावत ने भी कह दिया ,-“राज तो आपका है, करिए ना जांच किसने रोका है और पहले भाजपा से ही शुरु कीजिए।”
रावत की दावत के सामने बड़ी-बड़ी महफिलों के चर्चे भी फीके पड़ गए, लेकिन इस आम पार्टी के बाद हरीश रावत के घर में भाजपा के कुछ और खास लोगों की जो मुलाकात हुई, जिन्होंने आम पार्टी में तो शिरकत नहीं की लेकिन दूसरे दिन हरीश रावत के घर पर जाकर एकांत में उनसे घंटा भर बतिया आए। इसके बाद बखेड़ा तय है।
टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह की मुलाकात के सियासी मायने
आगामी लोकसभा चुनाव तक असर डाल सकते हैं। इस मुलाकात से इन चर्चाओं को काफी बल मिला कि आने वाले समय में यदि पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा अपने पुत्र साकेत बहुगुणा को टिहरी लोकसभा से टिकट दिलाने के लिए जोड़-तोड़ करते हैं, तो विजया राज्यलक्ष्मी का स्टैंड क्या रहेगा !
सांसद राज्यलक्ष्मी की इस मुलाकात को फिलहाल एक सियासी विकल्प, दबाव की राजनीति अथवा पुराने परिचय को ताजा करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।
हरीश रावत से पर्वतजन ने माला राज्यलक्ष्मी शाह से मुलाकात के मायने को टटोलना चाहा तो उन्होंने इसकी कयासबाजी का काम पत्रकारों के हवाले ही कर दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि राज्यलक्ष्मी शाह उनसे इसलिए मुलाकात करने आई थी, क्योंकि वह ‘आम पार्टी’ में शिरकत नहीं कर पाई थी।
हरीश रावत ने कहा कि राज परिवार से उनके संबंध मानवेंद्र शाह के समय से हैं। हरीश रावत याद करते हुए कहते हैं कि उन्हें गढ़वाली बोली मानवेंद्र शाह ने ही सिखाई थी। मानवेंद्र शाह अंग्रेजी और गढ़वाली में ही बात करते थे। इसके अलावा दिवाकर भट्ट ने भी हरीश रावत के घर जाकर अलग से मुलाकात की
बहरहाल यह भी देखने वाली बात होगी कि आम पार्टी में शिरकत करने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, विधायक विनोद चमोली के बाद दूसरे दिन उनसे घर पर जाकर मिलने वाले सांसद राज्यलक्ष्मी और दिवाकर भट्ट को लेकर भाजपा और अजय भट्ट के आगे क्या तेवर रहते हैं !