लोकसभा चुनाव में ताकत बढ़ाने के लिए भाजपा ने अपने निष्कासित नेताओं को फिर से पार्टी में ले लिया। हालांकि पार्टी का एक धड़ा इसका विरोध कर रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा से बागी चुनाव लड़े निष्कासित नेताओं को दोबारा से भाजपा में जॉइनिंग कराई।
रुड़की से सुरेश जैन, रुद्रप्रयाग से आशा नौटियाल, ऋषिकेश से संदीप गुप्ता सहित बलबीर चौहान, प्रदीप दुबे आदि दर्जनों नेताओं ने भाजपा में घर वापसी की है।
रुद्रप्रयाग से आशा नौटियाल के साथ 58 लोगों ने भाजपा में घर वापसी की तथा सुरेश जैन के साथ करीब 60 लोगों ने भाजपा ज्वाइन की। इसी तरह से ऋषिकेश से संदीप गुप्ता के 50 कार्यकर्ताओं ने फिर से भाजपा का दामन थामा।
यह सभी वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से बागी हो गए थे। सुरेश जैन ने तो कांग्रेस का दामन थाम कर कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था, हालांकि वह हार गए थे।
भारतीय जनता पार्टी ने इनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए इन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। इन सभी नेताओं को फिर से भाजपा में शामिल कराते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते।
हालांकि इनके क्षेत्र के विधायकों ने इनकी जॉइनिंग का खासा विरोध किया है। पर्वतजन की जानकारी के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल संदीप गुप्ता की जॉइनिंग के खिलाफ थे, जबकि प्रदीप बत्रा सुरेश चंद्र जैन को भाजपा में वापस लिए जाने की खिलाफत कर रहे थे, किंतु लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी ने चुप्पी साधना बेहतर समझा।
सुरेश जैन और संदीप गुप्ता के भाजपा में आने से सांसद प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक को मजबूती मिलेगी। हालांकि बवाल की आशंका के चलते सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने चुनावी और नामांकन जैसी व्यस्तता का हवाला देते हुए इस कार्यक्रम से खुद को किनारे ही रखा। जबकि पहले निशंक की मौजूदगी में इन सभी के जॉइनिंग का कार्यक्रम रखा गया था।