कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखंड के रानीखेत में संयुक्त राष्ट्र(यूनाइटेड नेशन)के नियमों का पालन करते हुए आतंकवादियों पर काबू पाने के लिए भारत और अमेरिकी फौजियों ने अभ्यास किया।
आज रानीखेत के घिंघारीखाल चैक पोस्ट में ‘सर्च एंड डिस्ट्रॉय’ यानि तलाशकर खत्म करने का अभ्यास किया। यहाँ दोनों देशों के सैनिकों ने जंगलों में ‘रेड’ (छापा) मारकर आतंवादियों पर काबू पाने की प्रैक्टिस भी की।
इन्डो – यू.एस.आर्मी की आतंकवाद विरोधी एक्सरसाइज 2018 के तहत 16 सितम्बर से 29 सितम्बर तक पहाड़ी क्षेत्रों में चलने वाली इस संयुक्त युद्धाभ्यास में दोनों देशों के 350-350 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। दोनों देशों के बीच ये चौदहवाँ संस्करण चल रहा है। ये सभी सैनिक आतंकवाद से निबटने के लिए पहले से ही प्रशिक्षित हैं। यहाँ इन्हें ना केवल आधुनिक अमेरिकी हत्यारों के बारे में बताया जा रहा है बल्कि अमेरिकी सैनिकों को सीमित संसांधनों के बावजूद भारतीय फ़ौज के हौसले और अदम्य साहस से भी रु-बी-रु कराया जा रहा है। इन तस्वीरों में आप दोनों देशों के सैनिकों को हत्यार के साथ साफ़ देख सकते हैं। जहाँ एक तरफ हिंदुस्तानी सैनिक हाथ में देश में बनी इंसास राइफल लेकर मोर्चा संभाले है वहीँ अमेरिकी सैनिक के पास अत्याधुनिक एम.4 असॉल्ट राइफल है।
लेफ्टिनेंट अंकित द्विवेदी ने बताया कि इस तरह की ट्रेनिंग से संयुक्त राष्ट्र के किसी मिशन में दोनों देशों के बीच तालमेल बना रहता है। अपने मिशन में आने वाले रिस्क को सफल करने के लिए ये अभ्यास करने जरुरी हैं।