कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड हिमालय में नंदा देवी ईस्ट की दुर्गम चोटी को फतह करने निकले 8 मिसिंग पर्वतारोहियों की तलाश में आज हेलीकॉप्टर टीम को एक अहम सफलता मिली दिख रही है
पिछले दिनों हिमालयन एक्सपीडिशन में लापता सात विदेशी और एक हिंदुस्तानी सदस्य के एक जून तक कैम्प में वापस नहीं लौटने के बाद रैस्क्यू अभियान शुरू हुए थे। दल नंद देवी ईस्ट को फतह करने के लिए 13 मई को निकला था और उसे एक जून को वापस लौटना था।
हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं में चुनौतीपूर्ण माने जाने वाले नंदा देवी पर्वत, समुद्र सतह से 7434 मीटर की ऊंचाई पर है। एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर में सवार रैस्क्यू टीम को आज पिंडारी ग्लेशियर के समीप दो रूकसैक बैग और लगभग पांच शव दिखाई दिए। ये संभावना जताई जा रही है कि दल एविलांच के समय नंदादेवी का अभियान पूरा कर नंदाकोट के पास रिज में होगा। हिमालय में तेज बर्फबारी के कारण, ट्रेकिंग दल किसी एवलांच की चपेट में आकर तेज ढलान में पिंडारी ग्लेशियर तक पहुँच गया।
हैलीकाप्टर से सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ फोटो जारी किए गए हैं जिससे दल के किसी भी सदस्य के जिन्दा बचने की उम्मीदें कम ही नजर आ रही हैं। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ वी.के.जोगदण्डे ने बताया कि शव दिखने के बाद अब आई.टी.बी.पी., पुलिस, आर्मी और एयर फोर्स की टीम को रैस्क्यू की कार्ययोजना बनाने के लिए कहा गया है।
टीम में अल्मोड़ा नीवासी लाइजनिंग ऑफिसर चेतन पाण्डे के अलावा(1) मार्टिन मौरीन, टीम लीडर, यू.के.(2) जॉन मैक लेरिन, यू.के.(3) रुपर्ट विवेल, यू.के.(4) रिचर्ड पेन, यू.के.(5) रूथ मैक कैंसि, ऑस्ट्रेलिया(6) एंथोनी सुदेकुम, यू.एस.ए.और(7) रोनेलड बीमल, यू.एस.ए.मौजूद थे।
पिछले दिनों हिमालयन एक्सपीडिशन में लापता सात विदेशी और एक हिंदुस्तानी सदस्य के एक जून तक कैम्प में वापस नहीं लौटने के बाद रैस्क्यू अभियान शुरू हुए थे। दल नंद देवी ईस्ट को फतह करने के लिए 13 मई को निकला था और उसे एक जून को वापस लौटना था। हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं में चुनौतीपूर्ण माने जाने वाले नंदा देवी पर्वत, समुद्र सतह से 7434 मीटर की ऊंचाई पर है। एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर में सवार रैस्क्यू टीम को आज पिंडारी ग्लेशियर के समीप दो रूकसैक बैग और लगभग पांच शव दिखाई दिए।
ये संभावना जताई जा रही है कि दल एवलांच के समय नंदादेवी का अभियान पूरा कर नंदाकोट के पास रिज में होगा। हिमालय में तेज बर्फबारी के कारण, ट्रेकिंग दल किसी एवलांच की चपेट में आकर तेज ढलान में पिंडारी ग्लेशियर तक पहुँच गया।
हैलीकाप्टर से सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ फोटो जारी किए गए हैं जिससे दल के किसी भी सदस्य के जिन्दा बचने की उम्मीदें कम ही नजर आ रही हैं। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ वी.के.जोगदण्डे ने बताया कि शव दिखने के बाद अब आई.टी.बी.पी., पुलिस, आर्मी और एयर फोर्स की टीम को रैस्क्यू की कार्ययोजना बनाने के लिए कहा गया है।
टीम में अल्मोड़ा नीवासी लाइजनिंग ऑफिसर चेतन पाण्डे के अलावा(1) मार्टिन मौरीन, टीम लीडर, यू.के.(2) जॉन मैक लेरिन, यू.के.(3) रुपर्ट विवेल, यू.के.(4) रिचर्ड पेन, यू.के.(5) रूथ मैक कैंसि, ऑस्ट्रेलिया(6) एंथोनी सुदेकुम, यू.एस.ए.और(7) रोनेलड बीमल, यू.एस.ए.मौजूद थे।