देहरादून के सहसपुर पुलिस ने 15 मई को दो ऐसे ठगों को धर दबोचा जो कालीन बेचने के बहाने लोगों के घरों में घुस जाते थे और फिर उनको ठगी कर अथवा लूट कर चंपत हो जाते थे।
यह ठग रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़े। इन्होंने अपने स्कूटर के पीछे 3 जोड़ी कालीन रखी हुई थी। जब पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका और कागजात दिखाने को कहा तो मौके पर मोबाइल ऐप के द्वारा चेक करने पर पता चला कि उनके स्कूटर का नंबर तो पंजाब में एक ट्रैक्टर के नाम पर पंजीकृत था।
जब उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो पता चला कि उनके स्कूटर के नंबर प्लेट तो फर्जी है ही, बल्कि उनके कागजात भी फर्जी हैं।
ठगों ने बताया कि स्कूटर पर फर्जी नंबर इसलिए लगाए गए हैं कि यदि कोई उनका नंबर नोट कर ले तो पुलिस उन तक न पहुंच पाए और फर्जी आरसी तथा इंश्योरेंस इसलिए बनवाया गया था ताकि चेकिंग के दौरान इन कागजात को दिखाकर बच जाए
जब पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो उनके पास से एक-एक खुखरी भी बरामद हुई। उन्होंने बताया कि वह महिलाओं को मौके पर डराने धमकाने के लिए अपने पास रखते हैं
आज वे सहसपुर क्षेत्र में घूम रहे थे कि पकड़े गए। इनमें से एक का नाम फकरे आलम जैदी है। 32 साल का ब्राह्मण वाला पटेल नगर का निवासी है तथा दूसरा अली मियां मुजफ्फरनगर का निवासी है।
पुलिस ने इनके फर्जी दस्तावेज और स्कूटर सहित कालीन और कुकरी को ज़ब्त करके गिरफ्तार कर लिया है।
इन्हें कल कोर्ट में पेश किया जाएगा। इनके स्कूटर का नंबर PB 08AE9717 है। इनके खिलाफ 420/ 467/ 468 /471/ 120 बी तथा 25/4 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।