उत्तराखंड के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के निर्देशों के उपरांत वन विभाग उत्तराखंड द्वारा लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग पर चल रही सभी समस्याओं का निराकरण हो गया है।
वन विभाग की शीर्ष अफसर जयराज ने आज एक पत्र जारी करके शासन के सम्मुख स्थिति स्पष्ट की है कि उन्हें इस मार्ग से अब कोई आपत्ति नहीं है। अब जयराज यह भी कह रहे हैं कि इसमें किसी तरह की इजाजत दिए जाने की जरूरत नहीं है।
अब पूर्व की भांति सुचारू रूप से ही चलता रहेगा सड़क निर्माण का कार्य।यह मामला कई दिनों से हरक सिंह की नाक का सवाल बना हुआ था।
जनहित से जुड़े इस मामले में हरक सिंह ने भी आर या पार की लड़ाई करने की ठान ली थी, साथ ही मंत्री पद से इस्तीफा देने के अलावा धरना प्रदर्शन करने तक की तैयारी कर ली थी।
यही नहीं कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के आवाह्न पर क्षेत्रीय जनता भी अपने संसाधनों से इस मार्ग का निर्माण करने के लिए तैयार हो गई थी और हरक सिंह भी इस मार्ग के निर्माण की नियमित मॉनिटरिंग करने लग गए थे।
इस मार्ग को लेकर हरक सिंह ने सीधे ओमप्रकाश (अपर मुख्य सचिव) को भी निशाने पर ले लिया था। इस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को आगे आकर बीच-बचाव करना पड़ा था और साथ ही उन्होंने कहा था कि इसमें कुछ कानूनी अड़चन थी, जिन्हें दूर कर लिया जाएगा। आज हुई एक अहम बैठक में पुरानी सभी आपत्तियों को वापस ले लिया गया है।
साथ ही शासन में अपर सचिव वन द्वारा भी लोक निर्माण विभाग को पत्र जारी किया गया है। इसमे पीडब्ल्यूडी द्वारा कार्य पर लगाई गई रोक को तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।