कृष्णा बिष्ट
सड़क सुरक्षा की चुनौतियों को ध्यान मे रखते हुए 26 अगस्त 2015 को पुलिस विभाग ने सड़क सुरक्षा को लेकर नई वर्दी मे नये तेवरों व रंग रूप के साथ “सिटी पेट्रोल यूनिट” यानि सी.पी.यू नाम से एक अलग विंग का परीक्षण के तौर पर गठन किया था। पी.एच.क्यू का यह परीक्षण इतना हिट हो गया कि राज्य के अन्य शहरों मे भी इसे नियुक्त करने की मांग होने लगीं।
देहरादून की सफ़लता के बाद जून 2015 मे हल्द्वानी शहर मे भी सी.पी.यू को नियुक्ति किया गया। जिसके काफ़ी अच्छे परिणाम भी सामने आये। जहां हल्द्वानी मे पहले लोग सड़क सुरक्षा के प्रति उदासीन बने हुए थे, वे “सिटी पेट्रोल यूनिट” के आने के बाद चालान के डर से ही सही, नियमों का पालन तो करने ही लगे हैं। इससे सड़क हादसों मे भी काफी कमी आने के साथ–साथ सड़क पर जो पहले अराजकता का माहौल बना रहता था उस मे भी काफ़ी हद तक कमी आई है। जिस कारण सी.पी.यू की कार्यशैली धीरे धीरे हल्द्वानी के लोगों के बीच काफ़ी सराही जाने लगी है।
आज लगभग 35 जवानों की ये टीम हल्द्वानी मे सड़क सुरक्षा के लिये तैनात है। उत्तराखंड पुलिस को सी.पी.यू सड़क सुरक्षा के साथ–साथ सर्वाधिक रेवन्यू कलेक्शन कर के भी दे रही है। अगर सिर्फ़ हल्द्वानी की बात करें तो सी.पी.यू के द्वारा जनवरी 2017 से दिसम्बर 2017तक लगभग 62 हज़ार चलान काटे गये, जिस से सरकार को लगभग 60 लाख से अधिक का राजस्वा प्राप्त हुआ।
इसके अलावा लगभग 1400 वाहन सड़क सुरक्षा के नियम तोड़ने पर सीज़ किए गये। आज सड़क सुरक्षा को लेकर सी.पी.यू ने अपनी अलग पहचान बना ली है। रामनगर जिस का जीता जागता उदाहरण है। यहां जिले के पुलिस कप्तान द्वारा सी.पी.यू के नाम से बनाई गई विंग के लांचिंग के पहले दिन ही हेलमेट की बम्पर सेल ने अपने आप मे काफी कुछ बया कर दिया।
इस के बावजूद कई बार सी.पी.यू की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे मे भी आई है। कई मौकों पर सी.पी.यू पर संगीन आरोप भी लगे हैं। चाहे सी.पी.यू के जवानों द्वारा हल्द्वानी मे सराफा व्यापारी से हुई लूट का मामला हो, या सी.पी.यू जवान पर युवती द्वारा लगाये आरोप, हाल ही मे प्रदेश के एक अन्य जनपद मे सी.पी.यू की मोटर साइकिल मे रोटरी साईलंसर का इस्तेमाल भी खूब चर्चाओ मे रहा है।
इस के बावजूद हल्द्वानी की जनता के मन मे आज भी सी.पी.यू के प्रति सम्मान बरकरार है। हर कोई मानता है कि सी.पी.यू के आने से शहर के लोगों के मन मे सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता तो आई ही है जिस का पूरा श्रेय कहीं न कहीं सी.पी.यू को ही जाता है।
हल्द्वानी के व्यापारी महेंद्र मनराल कहते हैं कि ये बात सही है कि सी.पी.यू पर पूर्व मे संगीन आरोप ज़रूर लगे हैं, किन्तु विसंगतियाथ तो हर क्षेत्र मे पाई जाती हैं। किसी एक शख्स के कारण पूरी फ़ोर्स को कठघरे मे खड़ा नही किया जा सकता है.
शहर के एक अन्य व्यक्ति नरेश तिवारी हल्द्वानी “सी.पी.यू” के व्यवहार की काफी तारीफ करते हुए कहते हैं कि सी.पी.यू को अगर चार धाम यात्रा मार्ग मे भी लगाया जाये तो इससे यक़ीनन एक बहेतरीन सड़क सुरक्षा के साथ पूरे देश मे उत्तराखंड पुलिस की सकारात्मक छवि का सन्देश पहुंचेगा
बागेश्वर जिले से जिला पंचायत सदस्य गोविन्द दानू कहते हैं कि “सी.पी.यू” सड़क सुरक्षा के साथ–साथ जिस प्रकार स्कूलों व अन्य संस्थाओं मे जा-जा कर लोगों को जागरूक करती है, उसने आम जनता व पुलिस के बीच भरोसा तो बढ़ाया ही है साथ मे अब उन के बच्चे भी माँ –बाप को सड़क सुरक्षा को लेकर टोकने लगे हैं।
एस.एस.पी नैनीताल जन्मेजय खण्डूरी कहते हैं कि हम टूरिस्ट सीजन को देखते हुए पूरी तरह मुस्तैद हैं। जिस मे हमारी बीट पुलिस के साथ “सी.पी.यू” का भी अहम योगदान रहनेवाला है।