उत्तराखंड में सूचना आयुक्त की भर्ती का पेंच दिन-प्रतिदिन और बिगड़ता जा रहा है। कल दिनांक 11 जुलाई 2018 को देहरादून में हुई बैठक में भले ही कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया, किंतु भाजपा नेतृत्व और उत्तराखंड सरकार के साथ नेता प्रतिपक्ष इस बात की ओर जाते दिखाई दिए हैं कि अगली बैठक में अब सिर्फ औपचारिकता ही शेष है। 172 आवेदकों में से अंतिम पांच में से दो पदों पर फैसला होना है।
आश्चर्यजनक रूप से सूबे के पूर्व मंत्री नवप्रभात द्वारा पूर्व गढ़वाल कमिश्नर और प्रमोटी आईएएस विनोद शर्मा की तगड़ी पैरवी के बाद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का झुकाव विनोद शर्मा की ओर जाता दिखाई दे रहा है। विनोद शर्मा सूबे में जनप्रतिनिधियों के चहेते ऑफिसर के रूप में जाने जाते रहे और सेवानिवृत्त होने से पहले ही उन्होंने पुनर्नियुक्ति की कोशिश की, किंतु तब बनी नई-नई सरकार से उनकी कैमिस्ट्री बैठ नहीं पाई।
सूचना आयुक्त के खाली पदों पर पुन: विज्ञप्ति जारी होने के बाद रिटायर्ड आईएएस विनोद शर्मा ने आवेदन किया और अब वह बड़ी तेजी से तमाम लोगों को पछाड़ते हुए आगे बढ़ गए हैं। विनोद शर्मा के अलावा जिस दूसरे नाम पर सहमति की मुहर लगनी बाकी है, वह पिछली भाजपा सरकार में बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष रहे अजय सेतिया बताए जा रहे हैं। अजय सेतिया बाल संरक्षण आयोग के पद से हटने के बाद से लगातार भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में अजय सेतिया को भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में प्रदेश भाजपा कार्यक्रमों में आसानी से देखा गया। अजय सेतिया लंबे समय से सूचना आयुक्त बनने के लिए प्रयासरत हैं। उत्तर प्रदेश के तमाम नेताओं के साथ-साथ उत्तराखंड के भी छोटे-बड़े नेताओं की सिफारिश जुटाने वाले अजय सेतिया आश्वस्त हैं कि सूचना आयुक्त की दूसरी कुर्सी उन्हीं को नसीब होगी।
शुरुआती दिनों में नेता प्रतिपक्ष का झुकाव पत्रकार दिनेश मानसेरा और अविकल थपलियाल की ओर बताया जा रहा था, किंतु आखिरी क्षणों में नवप्रभात द्वारा विनोद शर्मा के पक्ष में लगाई गई फील्डिंग ने इंदिरा हृदयेश का झुकाव विनोद शर्मा की ओर कर दिया। हालांकि पत्रकार जय सिंह रावत भी अपने 40 वर्षीय पत्रकारिता जीवन के चलते अपने चयन के लिए आश्वस्त हैं। पत्रकार अजीत राठी के लिए भी कुछ विधायकों और नौकरशाहों ने भी जोरदार फील्डिंग लगाई है। देखना है कि अगली संभवत: फाइनल मीटिंग में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, इंदिरा हृदयेश और मदन कौशिक किसकी लॉटरी की पर्ची खोलते हैं।