अतिक्रमणकारियों के साथ प्रेमनगर में धरने पर बैठने वाले दून के चार विधायक हाईकोर्ट की सख्ती के बाद भाग गए हैं। इससे प्रशासन की टीम ने भी राहत महसूस की।
हाईकोर्ट द्वारा देहरादून को अतिक्रमण मुक्त करने वाले आदेश के बाद देहरादून के चार विधायक अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रारंभ में एकजुट होकर प्रेमनगर में धरना पर बैठ गए थे, लेकिन प्रेमनगर में शुक्रवार १४ सितंबर २०१८ को एक बार फिर से चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान ये विधायकगण कहीं नजर नहीं आए। इसका कारण यह माना जा रहा है कि कोर्ट ने पुन: इस अभियान का संज्ञान लेकर सख्ती दिखाई थी। इसी खौफ के कारण इन चारों माननीयों ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान कहीं दुबकने में ही अपनी भलाई समझी। शुक्रवार के अभियान में करीब डेढ़ सौ से ज्यादा अतिक्रमण ध्वस्त कराए गए।
बताते चलें कि देहरादून के रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ, राजपुर रोड से खजानदास, देहरादून कैंट से हरबंश कपूर एवं मसूरी विधायक गणेश जोशी ने अतिक्रमण करने वालों के साथ हमदर्दी दिखाते हुए प्रेमनगर में उनके साथ धरना दिया था। यही नहीं कांग्रेस के सूर्यकांत धस्माना और पूर्व विधायक राजकुमार ने भी इस अभियान का विरोध किया था, लेकिन इस बार वे हाईकोर्ट के सख्त रवैये को भांप गए और मौके से दूरी बनाने में ही भलाई समझी। अब आम जन कह रहे हैं कि जब ये माननीय अपने क्षेत्रवासियों का अतिक्रमण ही नहीं बचा पाए, तो फिर दूसरे क्षेत्र के लोगों के हमदर्द बनकर कौन सा राजनीतिक लाभ हासिल करना चाहते हैं।