जगदम्बा कोठारी/रुद्रप्रयाग
विकासखण्ड जखोली के बांगर पट्टी के पूलन गांव में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें चार भैंसों और एक कुत्ते की गौशाला में जिन्दा जलकर दर्दनाक मौत हो गयी। विगत रात्रि पूलन निवासी बलबीर सिंह नेगी अपनी गौशाला (स्थानीय भाषा मे छानी) जो कि गांव से ऊपर एक किलोमीटर दूर स्थित है, में अपनी चार भैंसों को चारा पत्ती डालकर अपने घर वापस आ गये। गौशाला में भैंसों के साथ कुत्ता भी बन्द था। सुबह जब वह गौशाला पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। उनकी गौशाला पूरी तरह से जल चुकी थी, जिसमें उनकी दो गर्भवती, एक दुधारू भैंस और भैंस के तीन वर्षीय बछड़ी सहित एक कुत्ता जलकर भस्म हो चुका था।
इस सूचना पर पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गयी। ब्लॉक प्रमुख राजकुमारी देवी घटना पर पहुंची और उन्होंने तहसील प्रशासन को घटना की सूचना दी और उन्होंने तत्काल पीडि़त परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
लापरवाही से हुआ हादसा पीड़ित बलबीर सिंह नेगी पशुपालन कर दूध बेचकर अपनी आजीविका चलाते हैं। गांव से कुछ किलोमीटर ऊपर उनकी गौशाला है। गौशाला के एक कमरे में उन्होंने सूखी चारापत्ती रखी थी और कुछ ही दूरी पर उन्होंने आग जला रखी थी। संभवत: उनके जाने के बाद हवा से आग सुलग उठी और नजदीक ही चारा पत्ती से आग सुलग उठी। सुबह देखने पर उन्हें चार भैंस और एक कुत्ता मरा मिला और गौशाला पूरी तरह ध्वस्त हो गई। इस हादसे में करीब 5 लाख का नुकसान खूनी का अनुमान लगाया जा रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर बलबीर सिंह ने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है।