कृष्णा बिष्ट
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन के लेकर सोशल मीडिया में चल रही खबरों पर सांसद अनिल बलूनी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।
सांसद बलूनी ने कहा कि भाजपा अभी अभी लंबे चुनावी अभियान के बाद प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई है और अपने 100 दिन के एजेंडे पर काम आगे बढ़ा ही रही है कि कुछ शरारती तत्व ऐसी अफवाहें फैलाकर विकास कार्यों में गतिरोध पैदा करना चाहते हैं।
अनिल बलूनी ने इस तरह की अफवाहों को बिल्कुल निराधार बताते हुए कहा कि कुछ लोगों को जीरो टोलरेंस को लेकर राज्य में चलाई जा रही मुहिम रास नहीं आ रही है। सचिवालय की गलियारों में और चौथे तल पर घूमने वाले लोगों की आवाजाही बंद हो गई है इसलिए ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
अनिल बलूनी के इस बयान के बाद इस तरह की अफवाहों पर ठंडा पानी पड़ गया है। अनिल बलूनी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री तथा पार्टी अध्यक्ष द्वारा सौंपे सौपे गए दायित्वों का “सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं और आगे भी राज्य सरकार के साथ मिलकर केंद्र सरकार से राज्य के हित में काफी योजनाओं को धरातल पर लाने वाले हैं।” बलूनी के बयान के बाद नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही अफवाहों पर फिलहाल विराम लग गया है।