कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड के चौखुटिया में बादल फटने के बाद, बाढ़ में लापता हुए राम सिंह का शव आज तीसरे दिन मलुवे के नीचे से मिल गया है । तीन दिन तक चले खोजबीन अभियान में आखिरकार बाढ़ में लापता 82 वर्षीय राम सिंह का शव पोकलैंड मशीन ने खोज निकाला।
अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया स्थित खीड़ा गांव में दो जून की शाम अचानक बादलों की गड़गड़ाहट के साथ ही नदी में तेज बहाव से पानी आ गया था जो कैमरे में कैद हो गया था । शान्ति से चल रही नदी में अचानक तेज बाढ़ आ गई थी। इस बाढ़ में दर्जनों मवेशियों के साथ 82 वर्षीय बुजुर्ग राम सिंह भी लापता हो गए थे। उसी रात से चले राहत कार्यों में राम सिंह का कुछ आता पता नहीं चल सका। तीन तारीख को विधायक महेश नेगी और अल्मोड़ा के जिलाधिकारी के साथ एस.डी.आर.एफ. पुलिस, दमकल विभाग, आपदा प्रबंधन और राजस्व की टीमों ने खोजबीन की लेकिन राम सिंह का कुछ अता पता नहीं चल सका। बादल फटने के बाद तेज पानी आने से ग्रामीणों की जमीनें बह गई जिसमें उनके घर और मवेशी भी बह गए थे । तीन दिनों की कठोर खोजबीन के बाद आज दोपहर को राम सिंह का शव इस झोपड़ी के समीप से पोकलैंड मशीन चालक ने खोज निकाला। चौखुटिया में अब खीड़ा, जुकानी और बाजपुर के 52 परिवार भी खतरे की जद में हैं। क्षेत्र में चारों तरफ दर्द का मंजर देखने को मिल रहा है। राम सिंह का शव मिलने के बाद उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है । प्रशासन ने खोजबीन अभियान को भी धीमा कर दिया है।