कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखंड के नैनीताल में ड्यूटी पर जा रहे नरेश चंद पर गुल्दार पर हमला कर घायल कर दिया। नरेश घर से होटल में नाईट ड्यूटी के लिए निकले ही थे कि आलूखेत और कैलाखान के बीच मजार पर गुल्दार ने हमला कर दिया। घायलावस्था में नरेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तराखंड में बाघों की संख्या बढ़ने से मुख्यमंत्री से लेकर वन मंत्री तक काफी खुश हैं क्योंकि अब सरकार को अन्य समृद्ध देशों तथा केंद्र से पर प्रोजेक्ट बनाकर काफी पैसा मिलेगा लेकिन वन्यजीवों के साथ उत्तराखंड के पलायन के शिकार लोगों का भोजन और सुरक्षा को लेकर जो टकराव बढा है और लोग हर रोज शिकार हो रहे हैं, उस ओर किसी का ध्यान नहीं है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में बाघों की संख्या 102 बढ़कर 442 हो गई है 2014 में यह संख्या 340 थी। बाघों की संख्या के लिहाज से उत्तराखंड तीसरे स्थान पर है लेकिन सरकार से लेकर अधिकारियों तक का ध्यान केवल बाघों के नाम पर बजट खींचने पर है। यही कारण है कि उत्तराखंड लोग रोज बाघ और गुलदार के शिकार हो रहे हैं और पलायन को मजबूर हैं
देखिए वीडियो
नैनीताल के कैलाखान क्षेत्र में एक गुल्दार ने
तल्ला गेठिया निवासी 50 वर्षीय नरेश चंद के ऊपर हमला कर दिया। मन्नू महारानी में सुपरवाइजर की ड्यूटी करने वाले नरेश नाईट ड्यूटी के लिए अपने स्कूटर संख्या यू.ए.04-8590 से होटल को जा रहे थे। रास्ते में अंधेरे मार्ग में अचानक गुल्दार ने हमला कर दिया। नरेश ने बताया कि गुल्दार ने पहले पीठ और फिर बाजू और छाती पर हमला कर दिया। गुल्दार नरेश के पीछे लगभग सौ मीटर तक भागा जिससे तेज रफ्तार से भागते नरेश अनियंत्रित होकर जमीन पर गिर गए। गिरने से नरेश के पैर में चोट आई और स्कूटर भी टूट गया । इस बीच दो मोटर साइकिलों में कुछ युवक आ गए और गुल्दार भाग निकला।
देखते ही देखते भीड़ लग गई और लोगों ने पुलिस को सूचित कर दिया। नरेश को अस्पताल लाया गया और तत्काल उपचार दिया गया। नरेश ने बताया कि वो पिछले 22 वर्षों से होटल में कार्य कर रहे हैं और इसी मार्ग में देड रात आते जाते हैं। ये पहली बार है जब किसी गुल्दार ने नरेश के ऊपर हमला किया है। नरेश के दाएं बाजू में गहरा घाव था जिसमें वहां मौजूद लोगों ने रुमाल बांधकर उन्हें अस्पताल भेजा। नरेश को स्थानीय बी.डी.पाण्डे अस्पताल में एडमिट कर दिया गया है।