नीरज उत्तराखंडी
कुदरत का कहर
पुरोला । आवश्यक संचार एवमं रेस्कयू उपकरणों सहित चॉपर आराकोट पहुंच गया है।
सहस्रधारा : समय 07:53 बजे आपदा सचिव अमित नेगी एवम IG SDRF के हमराह sdrf टीम से Hc रवि चौहान Wt से asi जयदेव राणा व आरक्षी वीरेंदर काला उत्तरकाशी मोरी , आवश्यक संचार /रेस्कयू उपकरणों सहित हेली से पहुंच गए हैं।
आराकोट इंटर कॉलेज के ग्राउंड ओर बिल्डिंग को राहत और बचाव कार्य के लिए उपयोग में लाया जाएगा। एक हेलीकॉप्टर ने क्षेत्र में संचार सेवा को ठीक करने वाले उपकरणों को पहुंचाया। वायुसेना के चॉपर की भी ली जा रही है। आपदा में रेस्क्यू के लिए मदद। सहस्त्रधारा हेलीपैड से भी रेस्क्यू के लिए उड़ा एक हेलीकॉप्टर। मोरी, नौगांव और पुरोला से तीन मेडिकल टीमों को आराकोट के लिए किया गया रवाना।आराकोट आपदा में घायल हुए 2 लोगों को एयरलिफ्ट से देहरादून के लिए किया गया रवाना।
चॉपर से राहत बचाव दल माकुडी ,चींवा, ब्लावट के लिए भेजी गई।
घायल लोगों को हैली से मोरी PHC लाया जा रहा है।
करीब 13 गाँव आपदा से प्रभावित हुए हैं।
सचिव आपदा अमित नेगी ने दिए निर्देश।
गाड़, गदेरों में पानी बढ़ने से किराणु, टिकोची, मोलडी में SDRF की रस्सी का उपयोग कर वैकल्पिक ब्रिज शीघ्र बनाया जाय।
4 घायलों को हैली से हायर सेंटर रैफर किया गया है।
डॉ आशीष चौहान जिलाधिकारी उत्तरकाशी कल शाम ही मोरी पहुंच गए थे तथा आज सुबह वह आराकोट पहुंच गए।आराकोट को बेस कैंप बनाया गया है। गौरतलब है कि प्रशासन ने घटनास्थल तक जाने के लिए तीन बेस कैंप बनाए हैं। एक बेस कैंप टिकोची में है 1 मोल्डी में।
प्रातः 730 बजे एक अन्य हेली से 02 SDRF जवान एवम वायरलेस सदस्य आवश्यक संचार उपकरण एवम फ़ूड पैकेट सहित रवाना हो गये थे। चकराता एवम उजेली से रवाना टीम प्रभावित इलाके में पहुंची। रेस्कयू कार्य चल रहा है।
सेनानायक SDRF भी उपस्थित है। सहस्त्रधारा हेलीपेड में दिए आवश्यक दिशा निर्देश। जोलीग्रांट से 40फ़ूड पैकेट एवम आवश्यक रेस्कयू उपकरण सहित SDRF 04 सदस्य हेली के माध्यम रवाना।अवरुद्ध स्थानों में बर्मा ब्रिज बनाने हेतु SDRF माउंटरिंग टीम सदस्य भी पहुंचे है प्रभावित क्षेत्र में । 01 हेली ड्राप फ़ूड पैकेट में है 04 लोगों हेतु आवश्यक सामग्री। हेली के माध्यम से घायलों को एयर लिफ्ट करके दून हॉस्पिटल में पहुँचाया गया।
मोरी तहसील के आराकोट बंगाण क्षेत्र में भारी बारिश से तबाही मची हुई है. बारिश से करीब आधा दर्जन गांव प्रभावित हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान टिकोची और माकुड़ी व आराकोट में हुआ है. जिसमें एक दर्जन लोगों की बहने व मकान के मलबे में दबने की सूचना है. साथ ही कई घर सैलाब की चपेट में आने से बह गए. घटना के बाद स्थानीय लोग काफी सहमे हुए हैं. वहीं, क्षेत्र में सड़क, संचार और विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आराकोट में मकान के मलबे और पानी के तेज बहाव में अब तक 4 लोगों के लापता होने की खबर है। जिनमें राइका आराकोट में कार्यरत एक शिक्षक तथा बेटी सहित मकान के मलबे में दबने की आशंका है। वहीं एक बालक के बहने से लापता है।
माकुडी गांव में 7 लोगों के लापता होने की खबर है। जो एक ही परिवार के बताए जा रहे है। तथा सनैल में नेपाली मूल के 6 लोगों के लापता होने की खबर है।वहीं आराकोट में एक महिला की लाश मिली है।टिकोची में बेसिक स्कूल का भवन जंमीदोज हो गया है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर तहसील मोरी के आराकोट क्षेत्र में प्राकृतिक से
ग्राम माकुड़ी में चतर सिंह पुत्र कुंदन सिंह के परिवार के 7 लोग मलवे में दबने तथा शोभना पत्नी उपेंद्र सिंह की बहने से मृत्य होने की खबर है ।
आराकोट में ब्रजेेश कुमार निवासी बिजनौर हाल प्रवक्ता हिंदी जीआईसी आराकोट उम्र लगभग 55-56 वर्ष
तथा उनकी पुत्री शालनी उम्र लगभग 25 वर्ष तथा तोषित पुत्र रोहित निवासी आराकोट उम्र 3 वर्ष के मलबे में दबने की खबर है ।
टिकोची में
एक पिकअप में 2 व्यक्ति निवासी बिजनौर, उत्तर प्रदेश वहान में सोए थे वाहन सहित बहने की सूचना है।
सनेल में 5-6 नेपालियों के बहने की सूचना है। तथा
चीवां में 1 ट्रक , 1 पिकअप,टिकोची में 4 वाहन माकुड़ी में 2 वाहन, बहने की सूचना है।
क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक मकानों के ढहने से मलबे में तब्दील होने की सूचना है।