Neeraj purola: उत्तरकाशी, 19 अगस्त 2019
प्रदेश के उच्च शिक्षा व जिला प्रभारी मंत्री डॉ धनसिंह रावत एवं कृषि व उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने हिमाचल प्रदेश सीमा से लगे आराकोट , माकुडी, टिकोची , किराणु, चीवां, बलावट आदि आपदा प्रभावित गांव का हैली से निरीक्षण कर जायजा लिया।
उसके बाद आराकोट में सामान्य घायलों व ग्रामीणों से मिले व हालचाल जाना,अधिकारियों की अहम बैठक लेते हुए जरुरी निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने कहा सरकार प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है
राहत सामग्री मुहैया कराने के साथ ही घायलों का उपचार, सड़क खुलवाना प्राथमिकता है। कृषि मंत्री ने सेब, भूमि के क्षति का आंकलन कर शीघ्र रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। इस दौरान जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, परियोजना निर्देशक राजेन्द्र रावत, कृषि अधिकारी महिधर सिंह तोमर , मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह , एआरटीओ चक्रपाणी मिश्र , जिला पूर्ति अधिकारी गोपाल सिंह मटूड़ा , सहित अन्य एसडीआरएफ, पुलिस, आदि मौजूद थे ।
हिमाचल प्रदेश सीमा से लगे आराकोट , माकुडी, टिकोची , किराणु, चीवां, बलावट, सहित 13 गांव में बीते रविवार को भारी बारिश व अतिवृष्टि होने से जान-माल का नुकसान हुआ है। सचिव आपदा श्री अमित नेगी , आईजी, श्री एस के गुंज्याल ने सोमवार सुबह मौसम साफ होते ही प्रभावित गांवों का हैली से निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया।
उसके उपरान्त सचिव श्री नेगी व आईजी श्री गुंज्याल ने जीआईसी आराकोट में जनपद स्तरीय अधिकारियों की महत्पूर्ण बैठक लेते हुए राहत बचाव कार्य हेतु जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घायलों को बचाना प्राथमिकता है, इसलिए सर्वप्रथम घायलों को हैली से रेस्क्यू कर हायर सेंटर रैफर करवाया जाए। माकूली गांव से चार घायलों को रेस्क्यू कर चैपर के माध्यम से हायर सेंटर देहरादून के लिए रैफर करवाया गया। प्रभावित ग्रामीणों को खाद्य सामाग्री, मेडिकल किट व जीवन रेखा से जुड़े सभी जरूरी सामान को हैली से भिजवाया गया। प्रभावित ग्रामीणों में राहत बचाव दल के एनडीआरएफ, एसडीआरएफ,पुलिस व जिम्मेदार अधिकारी पंहुच चुके है। लगातार राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। सचिव श्री नेगी ने कहा कि क्षतिग्रस्त पुलियों के पास एसडीआएफ रस्यिों का उपयोग करते हुए वरमा ब्रिज बनाए जांए ताकि लोगों की आवाजाही शुरू कराई जा सके।
जिलाधिकारी डा.आशीष चैहान के नेतृत्व में लगातार हैली सेवा से राहत एवं बचाव कार्य चल रहा हैं, ग्रामीणों को स्वास्थ्य उपचार के साथ ही जरूरी सामान मुहैया करवाया जा रहा हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि घायलों का रेस्क्यू व क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग को प्राथमिकता के साथ सुचारू करना सुनिश्चित करे। क्षतिग्रस्त मकानों व भूमि के आंकलन के लिए अधिकारियों की टीम बनाई गई है,वहीं प्रभावित गांवों में बिजली संचार सेवा आदि दुरूस्त करते हुए बहाल करने के निदेश दिए। जिलाधिकारी ने प्रभावित गांव में क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर शीघ्र वैली ब्रिज बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक 10 लोगों की मृत्यु हुयी है । जिलाधिकारी ने प्रभावित लोगों के लिए त्वरित सहायता पंहुचाने के लिये अलग- अलग नोडल अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है,
इस दौरान पुलिस अधीक्षक पंकज भटृ, अपर सीएमओ डा0 आरसी आर्य, उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य, परियोजना निर्देशक राजेन्द्र रावत, कृषि अधिकारी महिधर सिंह तोमर , मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह , एआरटीओ चक्रपाणी मिश्र , जिला पूर्ति अधिकारी गोपाल सिंह मटूड़ा , सहित अन्य एसडीआरएफ, पुलिस, आदि मौजूद थे।