उत्तराखंड के लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी इन दिनों फिर से चर्चा में हैं। देवप्रयाग में हिलटॉप शराब की फैक्ट्री के पक्ष में बयान जारी करने वाले नरेंद्र सिंह नेगी इस बार एक ऐसे अभियान के खिलाफ खड़े हो गए हैं जिसके पक्ष में लोक कला और संगीत के धुरंधर खड़े हैं।
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पदमश्री प्रसून जोशी, पदमश्री प्रीतम भरतवाण, पदम श्री बछेंद्री पाल, हिमानी शिवपुरी, हेमंत पांडे, कल्पना चौहान, भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, गजेंद्र राणा, काबीना मंत्री यशपाल आर्य, अरविंद पांडे सुबोध उनियाल, हेमा नेगी करासी और आज तक चैनल की पत्रकार मीनाक्षी कंडवाल द्वारा राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की “अपना वोट अपने गांव” की मुहिम के अंतर्गत इस वर्ष 8 नवंबर 2019 को अपने अपने गांव में इगास बग्वाल मनाने की आह्वान की लोकप्रियता के बाद नरेंद्र सिंह नेगी ने इन तमाम लोगों के अभियान के खिलाफ बकायदा बयान जारी किया है।
नरेंद्र सिंह नेगी कह रहे हैं कि यदि उत्तराखंड के लोगों को उत्तराखंड से प्रेम है तो उन्हें इगास बग्वाल मनाने के लिए उत्तराखंड आने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली मनाने के लिए आना चाहिये।
एक ओर दर्जनों लोक गायक, संगीतकार, राजनीतिज्ञ और उत्तराखंड से बाहर रहने वाले उत्तराखंड के मूल निवासी अपनी जड़ों से जुड़ने की राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के अभियान को आवाज दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नरेंद्र सिंह नेगी ने इनसे इतर इस अभियान पर ही सवालिया निशान खड़े कर अपने ऊपर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
ज्ञात रहे कि इस वर्ष उत्तराखंड से फोटोग्राफर अनूप शाह, लोक गायक प्रीतम भरतवाण और एवरेस्ट विजेता बछेंद्री पाल को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया, तब से लेकर लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी के सुर बिगड़े हुए हैं।
देखना है कि नरेंद्र सिंह नेगी के इस ताजा बयान के बाद सांसद अनिल बलूनी की मुहिम किस दिशा में बढ़ती है।