मोदी के VIP कल्चर हटाने की मुहिम को उत्तराखंड के DM का ठेंगा। ये गाड़ी है चमोली के जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया की जो जिलाधिकारी कार्यालय के पोर्च में खड़ी है।
गाड़ी पर लाल, नीली चपटी बत्ती लगी जबकि दाएं भाग में फ्लैग माउण्ट पर मोटे टिन की लाल पट्टी में सफेद रंग बड़े बड़े अक्षर एक तरफ *DM* तो दूसरी तरफ *मजिस्ट्रेट* लिखा हुआ है।
ये गाड़ी तो पहले की नीली बत्ती से भी ज्यादा *VVIP* अब आकर्षक व दबंग लग रही है।
अब इसे कैसे कहें कि यह VVIP कल्चर को बढ़ावा नहीं है।
एक अहम बात यह भी है कि यह टैक्सी गाड़ी है।इसकी नेमप्लेट पीले रंग होनी चाहिए, लेकिन इससे शायद जिलाअधिकारी की शान कम सकती है, इसलिए नेमप्लेट सफेद रंग की ही रखी गयी है।
परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह नियम विरुद्ध है। फिर भी सवाल यह है कि जिला अधिकारी की गाड़ी का चालान करने की हिम्मत कौन करेगा ! अब सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट तो आदेश ही दे सकते है। चालान करने जज साहब तो आएंगे नही, फिर आरटीओ साहब तो डीएम के सामने चूहे हैं, बिल्ली के गले मे घंटी बांधेंगे!