हाईकोर्ट और सरकार ने भले ही उत्तराखंड में 2 बच्चों से अधिक वाले उम्मीदवार के क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत का चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर दिया हो लेकिन हकीकत यह है कि तमाम रोक के बावजूद 3 बच्चे वाले नेताजी आखिर ना सिर्फ क्षेत्र पंचायत का चुनाव लड़े बल्कि जीत भी गए हैं।
ऐसा नहीं है कि इनके बच्चे कोई हाल ही में पैदा हुए हों, बल्कि एक बालक इनका इंटर में पढ़ता है और बाकी दो बच्चे भी बड़ी कक्षाओं में ही पड़ते हैं।
इन नेताजी जी का नाम है हयात सिंह।
हयात सिंह भुवाली ग्राम सभा का निवासी है और कोटा खाल क्षेत्र पंचायत क्षेत्र से क्षेत्र पंचायत सदस्य बने हैं। कोटाखाल क्षेत्र पंचायत जयहरीखाल ब्लाक के अंतर्गत आता है।
यह लैंसडौन से लगा हुआ क्षेत्र है और पौड़ी जिले में आता है। हयात सिंह अपने निकटम प्रतिद्वंदी कुलदीप को हराकर क्षेत्र पंचायत सदस्य बने।
कुलदीप सिंह भी चुनाव हार गए लेकिन सब कुछ जानते हुए भी उनकी जुबान से उफ तक नहीं निकली क्योंकि हयात सिंह एक दबंग व्यक्ति माने जाते हैं।
चुनाव आयोग में दी गई जानकारी के अनुसार हयात सिंह ने अपने दो ही बच्चे बताए हैं। एक बच्चे की जानकारी उन्होंने छुपा दी।
हयात सिंह के दो पुत्र और एक पुत्री है। लड़की का नाम सोनम है तथा लड़कों का नाम मोहित तथा परीक्षित है।
सबसे बड़ा राजकीय इंटर कॉलेज सोली में अध्ययनरत है।
दो बच्चे कोटद्वार में रहते हैं और एक गांव में ही है।
एक तथ्य यह भी है कि कोटाखाल ग्राम पंचायत से ग्राम प्रधान का चुनाव जीतने वाले दीपक ही हयात सिंह के प्रस्तावक बने थे।
अब तक भले ही मामला दबा रह गया हो लेकिन ज़हरीखाल का ब्लाक प्रमुख बनने के लिए दो धड़ों में रस्साकशी होगी तो फिर यह मामला भी दबा छुपा नहीं रह जाएगा।
देखना यह है कि यह मामला तब क्या मोड़ लेता है !