जानकारी के अनुसार वर्ष 1998 में टिहरी बांध की जद में आए परिवारों को विस्थापित किया गया था। तब से लेकर अब तक २१ वर्ष पूर्ण कर चुके टिहरी बांध विस्थापित लोगों को एक्सग्रेसियों के तहत 43500 रुपए का लाभ दिया गया। इसी में अब फर्जीवाड़े की बात सामने आने से विभागीय अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति बन है।
जानकारी के अनुसार सूचना के अधिकार में इस बात की जानकारी सामने आई है कि रौलाकोट के रहने वाले आशीष सिंह डंगवाल एवं अखिल सिंह डंगवाल सहित उनके परिजनों ने परिवार रजिस्टर की फर्जी तरीके से नकल तैयार कर 43500 रुपए का एक्सग्रेसिया ले लिया। आरोप है कि इन लोगों की वर्तमान में 30 वर्ष की उम्र है, जबकि यह धनराशि हड़पने के लिए उनके द्वारा अपनी उम्र 1962 दिखाई गई है। इसके अलावा आशीष ने अपनी फोटो की जगह भी अन्य व्यक्ति स्व. सुंदर सिंह डंगवाल की फोटो लगाई गई है। जबकि अखिलेश डंगवाल ने अपने आवेदन फॉर्म में पुरुषोत्तम सिंह बिष्ट की फोटो लगाकर एक्सग्रेसिया का पैसा ले लिया। जब आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ तो यहीं से इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
इस संबंध में जिलाधिकारी डा. वी. षणमुगम कहते हैं कि उक्त मामले में सभी दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।