कमल जगाती, नैनीताल
नैनीताल में शीतकाल के बाद ग्रीष्मकाल(गर्मियों)के पर्यटन सीजन के लिए होटलों ने तैयारी पूरी कर ली है। पूर्व में मार्च माह के मध्य में होटलों में पर्यटकों की अच्छी आवाजाही रहती थी। इस वर्ष ये होटल बंदी के कगार पर हैं, और कुछ तो बन्द कर भी दिए गए हैं । इसका कारण है कोरोना वायरस के डर से यहां घटी हुई पर्यटकों की संख्या। सुनसान मॉल रोड, चाट पार्क, पंत पार्क और हमेशा दर्शनार्थियों से भरा रहने वाले नयना देवी मन्दिर में भी एक्का दुक्का पर्यटक दिख रहे हैं । होटलों में लगे ये ताले यूं ही नहीं लगे हैं । कमरों में लगे ताले पर्यटन की उस तस्वीर को बयां करते हैं जो चुपचाप से कहता है कि यहां कई दिनों से कोई पर्यटक नहीं आया है। मशहूर नैनीझील में सुनसान खड़ी नाव पर्यटकों का बेसब्री से इंतजार कर रही है। नाविक भी अब अपने परिवार और उनके भविष्य को लेकर चिंतित हैं। कुछ ऐसे बड़े होटल हैं जहां पर्यटकों की आवाजाही कम होने के कारण उन्होंने होटल को ही बंद कर दिया है।
सीजन के शुरुआत में ही होटल बन्द कर देने के पीछे पर्यटकों का टोटा और प्रशासन की दमनकारी नीति बताई जा रही है। नैनीताल समेत आसपास के होटल व्यवसायी भी ऑनलाइन बुकिंग कैंसिल और पर्यटकों के मुंह मोड़ने से आगामी सीजन के भविष्य को लेकर संशय में हैं।
होटल बन्द करने वाले स्वामी अतुल साह का कहना है कि उन्होंने बन्द करने से पहले काफी सोचा और फिर अपने स्टाफ और प्रशासन की मदद करने के लिए होटल बन्द करने का फैसला लिया।