देहरादून। दो दिवस पूर्व हरिद्वार जनपद के झबरेड़ा इलाके में जिस महिला पुलिस कांस्टेबल ने आत्महत्या की थी, उस पर सवाल खड़े हो गए हैं। मृतक कांस्टेबल के भाई महेंद्र सिंह ने एसएसपी हरिद्वार को पत्र लिखकर थाना इंचार्ज झबरेड़ा रविंद्र कुमार एवं सिविल लाइन रुड़की में तैनात प्रविन्द्र सिंह असवाल पर उनकी बहिन के साथ मानसिक व शारीरिक शोषण और जातिसूचक भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
मृतक महिला कांस्टेबल मंजीता के भाई महेंद्र सिंह ने एसएसपी हरिद्वार को पत्र लिखकर कई राज खोले हैं। इससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि मेरी बहिन मंजीता ग्राम भाटगढ़ी तहसील त्यूनी जिला देहरादून कांस्टेबल पद पर थाना झबरेड़ा में तैनात थी। पांच जुलाई को सुबह उन्हें सूचना मिली कि उनकी बहिन की मौत हो गई है। उन्होंने कहा है कि उनकी बहिन ने उन्हें और अपने मंगेतर सुरेंद्र सिंह को कई बार फोन पर जानकारी दी थी कि थाना इंचार्ज झबरेड़ रविंद्र कुमार और सिविल लाइन रुड़की में तैनात प्रविंद्र सिंह असवाल उसके साथ मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करते हैं।
प्रविंद्र सिंह असवाल व उनकी बहिन पूर्व में एक ही थाना कोतवाली गंगनहर रुड़की में तैनात रहे हैं। प्रविंद्र सिंह असवाल पूर्व से ही उनकी बहिन को अनुसूचित जनजाति की समझते हुए मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करता था। यही कारण है कि वर्तमान में उनकी बहिन का ट्रांसफर रुड़की थाने में हो गया था, लेकिन उन्हें रिलीज नहीं किया जा रहा था। उन्हें गाली-गलौच व अश्लील हरकतों से परेशान किया जा रहा था। उनकी बहिन मंजीता ने भी उच्चाधिकारियों को इसकी मौखिक शिकायत कर दी थी, लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।
महेंद्र सिंह ने कहा है कि जब वह सिविल अस्पताल रुड़की पहुंचे और अपनी बहिन का मोबाइल मांगा तो उन्हें मोबाइल देने से मना कर दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त मोबाइल में महत्वपूर्ण सूचनाएं हो सकती हैं, जिसे नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अंदेशा जताते हुए कहा कि थाना इंचार्ज झबरेड़ा रविंद्र कुमार व प्रविंद्र सिंह असवाल हाल तैनात थाना कोतवाली रुड़की ने षडयंत्र करके उनकी बहिन कांस्टेबल मंजीता की हत्या करने के बाद इसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया।
उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।