उत्तराखंड मे सीनियर आईएफएस के बंपर तबादले
उत्तराखंड सरकार ने आज वन विभाग के सीनियर आईएफएस अधिकारियों का तबादला कर दिया।
प्रमुख वन संरक्षक श्रीमती रंजना को प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव का कार्यभार सौंपा है।
राजीव भरतरी को जैव विविधता बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है जेएस सुहाग (अपर प्रमुख वन संरक्षक) को कैंपा परियोजना का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया है। अपर प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा को परियोजना और सामुदायिक वानिकी का जिम्मा सौंपा गया है। गिरजा शंकर पांडे को नियोजन का दायित्व सौंपा गया है।
अपर प्रमुख वन संरक्षक रंजन कुमार मिश्रा को वन्य जीव संरक्षण तथा नमामि गंगे परियोजना का निदेशक बनाया गया है। अपर प्रमुख वन संरक्षक कपिल लाल को अपर प्रमुख वन संरक्षक प्रशासन का दायित्व सौंपा गया है। मुख्य वन संरक्षक डॉ विवेक पांडे को कुमाऊं में महाप्रबंधक उत्तराखंड वन विकास निगम का दायित्व दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक मानसिंह को वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन का मुख्य वन संरक्षक बनाया गया है। मुख्य वन संरक्षक रमेश चंद्र को आजीविका का जिम्मा दिया गया है। प्रतीक्षारत चल रहे मुख्य वन संरक्षक सुशांत कुमार पटनायक को गढ़वाल का मुख्य वन संरक्षक बनाया गया है।
डॉ. तेजस्विनी पाटिल को कुमाऊं का मुख्य वन संरक्षक बनाया गया है। संजीव चतुर्वेदी को अनुसंधान और सिल्वीकल्चर के साथ-साथ कार्य योजना का जिम्मा भी सौंपा गया है।
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डॉ पराग मधुकर धकाते को सतर्कता का जिम्मा सौंपा गया है और देहरादून लाया गया है। दिल्ली में राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण में उपमहानिरीक्षक के पद पर प्रतिनियुक्ति पर तैनात निशांत वर्मा को हल्द्वानी में मुख्य वन संरक्षक प्रशासन बनाया गया है। वह अगस्त 2020 में वापस लौटेंगे।
अमित वर्मा से निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व का कार्यभार वापस लेकर उन्हें अपर यमुना वृत्त का वन संरक्षक बनाया गया है