कंधों पर अस्पताल पहुंची वृद्ध बीमार महिला। स्वास्थ्य-सड़क सुविधाओं की खुली पोल
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र की इन तस्वीरों ने आजाद भारत के 72 वर्ष बाद के विकास के खोखले दावों की पोल खोलकर रख दी है। बूढ़ी और बीमार महिला को मौत के टूटे फूटे रास्तों से कंधों पर ले जाने की इन तस्वीरों को देखकर आप विचलित भी हो सकते हैं।पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी के दुरस्त गांव हरकोट से एक बीमार वृद्ध महिला को नजदीकी अस्पताल लेकर जाने की इन तस्वीरों को देश के हरेक व्यक्ति ने देखना चाहिए। पहाड़ में रहने वाले लोगों की पहाड़ से भी बड़ी ऐसी अनेक मुश्किल समस्याओं को देश के दिशानिर्देशकों ने जरूर देखना और समझना चाहिए।
ये तस्वीरें हैं हरकोट गांव से मुनस्यारी को जोड़ने वाली सड़क की जो इनदिनों भूस्खलन के कारण टूट गई है । गांव की ही रहने वाली गोविंदी देवी बीमार हो गई जिन्हें तत्काल अस्पताल ले जाना आवश्यक हो गया। अस्पताल ले जाने के लिए कोई मोटर मार्ग नहीं था और गोविंदी चल पाने में असमर्थ थी इसलिए उन्हें डोली पर ले जाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए गांव के दर्जनों लोग एकत्रित हो गए और गोविंदी देवी को ले जाया गया। तस्वीरें साफ बयां करती हैं कि किन मुश्किल हालातों में गोविंदी देवी को मौत के रास्ते से मुनस्यारी के चिकित्सा केंद्र पहुंचाया गया। गोविंदी देवी की जान बचाने के लिए कठिन मार्ग से ले जाने में कई लोगों की अपनी जान मुश्किल में पड़ गई। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोविंदी देवी को सकुशल अस्पताल पहुंचा दिया गया।