कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश ने प्रदेशवासियों को दिया आपदा के समय सुरक्षित रहने के साथ ही मदद का भरोसा
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमथ ने ध्वजारोहर कर तिरंगे को सलामी दी। इस दौरान हाईकोर्ट के आठ जजों ने राष्ट्रगान गाया। उच्च न्यायालय के रैजिस्ट्रार एच.एस.बोनाल की तरफ से जारी पत्र में उच्च न्यायालय के जजों, महाधिवक्ता, चीफ स्टैंडिंग काउंसिल के अलावा चुनिंदा अधिवक्ताओं और न्यायालय के स्टाफ को आमंत्रित किया गया था। आज देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमथ ने ठीक 09 बजे ध्वजारोहण किया। जिसके बाद उच्च न्यायालय परिसर में इंस्ट्रुमेंटल धुन में राष्ट्रगान बजाय गया।
मुख्य न्यायाधीश ने परिसर में मौजूद सभी लोगों का स्वागत किया और साथ ही प्रदेश के लोगों को भी स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने प्रदेशवासियों को सुरक्षित और सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने ये भी कहा कि, ये युवाओं को बताने का अच्छा मौका है कि, उनके पूर्वजों ने देश को इस मुकाम तक लाने में क्या बड़ा काम किया था। इसके अलावा राज्य में आ रही आपदा पर बोलते हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि, ये दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद मौका है और यहां के लोगों के दुख के बराबर उनके पास आंसू भी नहीं हैं।
पीड़ितों के लिए जो भी हो सकेगा वो जरूर करेंगे। इस मौके पर वरिष्ठ न्यायाधीश सुधांशू धूलिया, न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, न्यायमूर्ति मनोज तिवारी, न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति एनएस धनिक, न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे, न्यायमूर्ति आलोक वर्मा और महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, पूर्व सांसद अधिवक्ता महेंद्र पाल सिंह आदि मौजूद रहे।