वर्ष 1997 से फरार चल रहे देहरादून के ईनामी अभियुक्त डा. सुधीर उर्फ शान्ति स्वरुप तिवारी को अब्रेल चैरिटेबल अस्पताल बहरोला परवल हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व सीएम स्व. तिवारी के पीएस के फर्जी साइन किए थे।
वर्ष 1994 में देहरादून का अभियुक्त डाक्टर सुधीर उर्फ शान्ति स्वरुप तिवारी ने शस्त्र लाईसेंस हेतु अपना प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी कार्यालय मे जमा कराया था।
जिसमें उनके द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश एनडी तिवारी के निजी सहायक के हस्ताक्षर से लाईसेस दिये जाने के सम्बन्ध में एक संस्तुति पत्र दस्तावेजों के साथ लगाया गया था।
पुलिस जाँच में उक्त संस्तुति पत्र फर्जी पाया गया, जिसमें अभियुक्त द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री के निजी सहायक के जाली हस्ताक्षर किये गये थे।
जिसके सम्बन्ध में थाना कैन्ट पर मुकदमा अपराध संख्या 23/1994 धारा 419/420 /467/468/471 भादवि0 पंजीकृत कर विवेचना CBCID लखनऊ को सुपुर्द की गयी थी।
उनके द्वारा उक्त अभियोग में आरोप पत्र माननीय न्यायालय प्रेषित किया गया था। अभियुक्त डा. सुधीर उर्फ शान्ति स्वरुप अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था। जिसे वर्ष 1997 में माननीय न्यायालय ACJM द्वारा मफरुर घोषित किया गया था तथा वर्ष 2006 में अभियुक्त के ऊपर ईनाम घोषित किया गया था।
अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह पूर्व में पण्डितवाड़ी में क्लीनिक चलाया करता था। परन्तु उक्त मुकदमा पंजीकृत होने के पश्चात गिरफ्तार होने के डर से वह यहां से फरार हो कर मेरठ चला गया। मेरठ में लगभग 4 वर्षो तक वह इधर –उधर छुपता रहा उसके पश्चात वहॉ से सीधे परवल हरियाणा चला गया । तथा वर्तमान में हरियाणा में अब्रेल चैरिटेबल अस्पताल बहरोला में पी.आर.ओ. का कार्य कर रहा था।