जगदंबा कोठारी
ऋषिकेश एम्स की मैस में कीड़े निकलने पर एमबीबीएस के स्टूडेंट के सब्र का बांध ही टूट गया। छात्रों ने न सिर्फ हंगामा किया, बल्कि मैस के बाहर ताला ही जड़ दिया। साथ ही एक कागज भी चिपका दिया, जिस पर लिखा था कि ,-“खाने में कीड़े मिलने के चलते ताला लगाया गया है।”
हालांकि एम्स प्रशासन द्वारा समझा बुझा कर ताला बाद में खुलवा दिया गया।
स्टूडेंट ने इसकी सूचना मीडिया को भी जारी की, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम पर सभी अखबारों और चैनलों ने मौन साध लिया।
इस तरह की घटना कोई पहली बार नहीं हो रही है।
पहले भी स्टेप पिन खाने में मिलने पर मैस संचालक को चेतावनी दी गई थी।
स्टूडेंट ने मैस संचालक को हटाने की मांग की लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। मैस संचालक कमेटी के अध्यक्ष डॉ विजेंद्र सिंह ने बताया कि एम्स प्रशासन की टीम ने एक बार फिर से मैस का ताला खुलवा कर खाने के सामान की जांच की तथा पाया कि कोई कीड़े नहीं है।
बहरहाल खानापूर्ति के लिए ही सही लेकिन मैस संचालक से जवाब तलब किया गया है। मैस संचालक कमेटी के अध्यक्ष का कहना है कि “बारिश के कारण कीड़े आए होंगे क्योंकि मैस वाले दरवाजा खुला छोड़ के कहीं चले गए थे।”
लेकिन इस पूरे प्रकरण पर सारी जानकारी के बावजूद मीडिया का मौन साधना आश्चर्यजनक है।