आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लिपिक पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
लैंसडाउन। रिखणीखाल ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रो में कार्य कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बार-बार परेशान किया जा रहा है। जिसकी शिकायत उनके द्वारा जिला अधिकारी को पत्र के द्वारा भेजी गई है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा गया है कि, बाल विकास कार्यालय में लिपिक पद पर कार्यरत प्रदीप पंवार के द्वारा उनका आर्थिक मानसिक रूप से दमन किया जा रहा है। साथ ही पत्र के माध्यम से उन्होंने बताया कि, बार-बार लिपिक के द्वारा अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया जाता है, जिसकी शिकायत कई बार अधिकारियों को भी की गई और उसके द्वारा समय-समय पर अवैध वसूली भी की जाती रही है।
साथ ही वह हमेशा छोटी-छोटी बातों पर डराने और धमकाने लगता है। इस संदर्भ में उन्होंने जिलाधिकारी महोदय को पत्र लिखकर के लिपिक प्रदीप पंवार के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की है।
आपको बताते चलें कि, रिखणीखाल ब्लॉक का बाल विकास कार्यालय मात्र एक लिपिक के भरोसे चल रहा है, जो अधिकतर बंद रहता है। जिसकी शिकायत कई बार जनप्रतिनिधियों के द्वारा की गई है। लेकिन लगता है कि, अधिकारी इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस मामले को कई बार अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया गया,
साथ ही आंगनबाड़ी प्रदेश संगठन की अध्यक्षा रेखा नेगी को भी बताया गया है। लेकिन अभी तक इस पर किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है, जिससे जनप्रतिनिधियों में एक आक्रोश खोल रहा है। यदि शासन-प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता है, तो यह आक्रोश आंदोलन में भी बदल सकता है। जिसके लिए पूरी तरह सरकार जिम्मेदार होगी।
लिपिक प्रदीप पंवार को पूछने पर उन्होंने बताया कि, ये उन पर केवल आरोप है ऐसा सत्य नही है।
प्रदेश अध्यक्षता रेखा नेगी ने कहा कि, न्याय होगा मैं सभी बहनों के साथ हूँ।