उत्तराखंड में एक अजब गजब मामला सामने आया है भगवती प्रोडक्ट लिमिटेड प्लॉट नंबर 18 सेक्टर 2 आई आई ई सिडकुल पंतनगर जहां माइक्रोमैक्स कंपनी का सालाना टर्नओवर 1000 करोड़ एवं श्रमिकों की संख्या 400 से 1300 हो गई | इस अर्थव्यवस्था की जादुई आंकड़े में श्रमिकों की संख्या एवं कंपनी के मुनाफे के बीच बड़ा असमंजस दिखाई देता है।
यदि मुनाफा बढ़ता है तो कर्मचारियों की संख्या का बढ़ना भी लाजमी है| परंतु यहां अर्थव्यवस्था का दूसरा ही मापदंड देखने को मिल रहा है| आपको बता दें कि, बस भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड माइक्रोमैक्स का मदर प्लांट को पिछले 1 वर्ष से बंद किया गया है| प्रबंधन के द्वारा जानबूझकर के रुद्रपुर प्लांट में काम नहीं लाया जा रहा है।
जहां एक ओर माइक्रोमैक्स कंपनी न्यू न्यू फोन को बाजार में उतार रही है| वहीं 07/10/2019 से भगवती प्रोडक्ट लिमिटेड प्लॉट नंबर 18 सेक्टर 2 आई आई ई सिडकुल पंतनगर प्लांट में श्रमिकों को काम नहीं होने का बहाना बनाकर के घर पर बैठा रखा है | वह भी गैरकानूनी ले ऑफ दे करके श्रमिकों से बोला जा रहा है कि कंपनी के पास काम नहीं है| जबकि तेलंगाना हैदराबाद व राजस्थान में भारी मात्रा में उत्पादन कराया जा रहा है।
जबकि श्रमिकों द्वारा माननीय प्रधानमंत्री महोदय भारत सरकार, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार, अध्यक्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली, मुख्यमंत्री महोदय उत्तराखंड देहरादून, प्रमुख सचिव श्रम उत्तराखण्ड शासन देहरादून, अध्यक्ष महोदय राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तराखण्ड शासन देहरादून, श्रम आयुक्त महोदय उत्तराखंड हल्द्वानी नैनीताल आयुक्त कुमाऊं क्षेत्र नैनीताल, तमाम जगह श्रमिक पक्ष के द्वारा अपनी पीड़ा को पत्र के द्वारा अवगत कराया है।
फिर भी प्रबंधन पर कुछ भी कार्यवाही नहीं हो रही है| न हीं प्रबंधन से बाजार डाउन का कुछ भी साक्ष्य नहीं मांगा जा रहा है| क्योंकि यह कंपनी उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष माननीय राजेश अग्रवाल की है।