पुरोला
मोरी विकासखण्ड के गोबिंद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र के अंतर्गत हो रहे कार्यो में उपनिदेशक पर कुछ ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर बिना कार्य करवाये भुगतान करने व भुगतान में बड़ी धांधली का आरोप लगाते हुए मोरी जेष्ठ उप प्रमुख ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर जांच की मांग की|
वही जिलाधिकारी ने शिकायती पत्र में डीएफओ उत्तरकाशी को प्रकरण की जांच करने के आदेश दिए हैं।शिकायती पत्र में कहा गया है कि, गोबिंद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र में सुपिन रेंज के अंतर्गत मनोरा कपार्ट में मानव वन्यजीव संघर्ष एवम खेतों में फसलों के नुकसान की रोकथाम को लेकर घेरबाड़ कार्य हो रहे है|
जिसमे गोविंद वन्यजीव विहार के उपनिदेशक ने नियमो को ताक पर रख अपने कुछ चहेते ठेकेदारों के खातों में बिना कार्य करवाये लाखों का भुगतान कर दिया गया है जो कि नियम विरुद्ध है व ठेकेदार से मिलीभगत कर सरकारी धन की बंदरबांट करने की एक साजिश है।
जेष्ठ उप प्रमुख प्रदीप रांगड़ ने जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में कहा कि, जनप्रतिनिधियों के विरोध करने के बावजूद निविदाएं खोल कार्यादेश कर सीधे ठेकेदार के खाते में सम्पूर्ण भुगतान कर दिया| जबकि मौके पर कोई कार्य प्रारंभ ही नही हुआ है|
उन्होंने यह भी कहा कि, पार्क क्षेत्र के अंतर्गत ऐसे पिछले कई कार्य हैं जिनमे धरातल में आधा भी कार्य नहीं है जबकि ठेकेदारों को पूर्ण भुगतान कर दिया गया है जो सरासर नियम विरुद्ध है और विभाग की कुछ ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर सरकारी धन के दुरुपयोग करने की सोची समझी साजिश है।
शिकायती पत्र में उन्होंने उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है। उपनिदेशक गोविंद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय पार्क कोमल सिंह ने कहा कि, जन उपयोगी योजनाओं में ही धन खर्च किया जा रहा है,अंतिम वित्तीय माह में धन लेप्स न हो इसको देखते हुए भुगतान किया गया परन्तु कार्य प्रगति पर है यह जांच करके ही भुगतान हुआ है बिना कार्य किये कोई भी भुगतान नहीं किया गया।