देहरादून:
विदेश के न्यूयॉर्क टाइम्स ने हरिद्वार कुंभ 2021 में हुए कोरोना टेस्ट फर्जीवाड़े मामले को विस्तार पूर्वक प्रकाशित किया हैं ।चीन, जापान, यूएई समेत कई अन्य देशों की वेबसाइटों पर भी यह खबर चर्चा का विषय बनी हुई है।
उत्तराखंड कोरोना घोटाला मामले के चर्चे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रहे हैं।जिससे उत्तराखंड और देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब हो रही है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने कॉलम में लिखा कि ‘एक सरकारी रिपोर्ट में पाया गया कि भारत में एक हिंदू त्योहार में तीर्थयात्रियों के कोरोना टेस्ट के लिए जिम्मेदार निजी एजेंसियों ने कम से कम 1 लाख फर्जी परिणाम दिए।
माना जाता है कि, कुंभ मेला, व्यापक रूप से देश भर में कोरोना मामलों में वृद्धि का कारण बना है।
एफ आई आर दर्ज
हरिद्वार कोतवाली में सीएमओ द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मैक्स कॉरपोरेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत भी सवालों के घेरे में हैं।
क्या हैं पूरा मामला
विपिन मित्तल जो कि पंजाब के रहने वाले एक LIC एजेंट हैं ।विपिन मित्तल के मुताबिक उन्हें उत्तराखंड की एक लैब से फोन आया था जिसमें उन्हें बताया गया कि ‘आप की रिपोर्ट निगेटिव आई है’. जिसे सुनते ही वे भौचक्के रह गए।
विपिन ने कोई कोरोना जांच नहीं कराई थी। ऐसे में विपिन ने फौरन स्थानीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी।स्थानीय अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना रवैए को देखते हुए विपिन ने तुरंत भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) से शिकायत की।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग से जवाब मांगा।उत्तराखंड सरकार से होते हुए ये शिकायत स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी के पास पहुंची।
उसके बाद शुरुआती जाँच में हुए खुलासे बेहद चौकाने वाले रहे जिसमे पता लगा कि एक लाख कोरोना रिपोर्ट फर्जी हैं ।इस तरह एक व्यक्ति की शिकायत से हरिद्वार कुंभ में कोरोना घोटाले की पोल खुल गयी ।