स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल पहुंचे नीति आयोग के वी.सी.राजीव कुमार ने कहा कि, उत्तराखंड में कोरोना से उभरने के लिए बहुत कबूलियत है । यहां खेती और फलोद्योग के साथ पर्यटन और जड़ी बूटी भी हैं जो इसे आर्थिक संकट से आसानी से उबार सकती हैं ।
नैनीताल जिले में मुक्तेश्वर, धानाचूली, कसियालेख और मानाघेर गांव में नीति आयोग के वाईस चेयरमैन राजीव कुमार पहुंचे । उन्होंने इंडो डच हॉर्टिकल्चर प्रोजेक्ट के द्वारा समर्थित सेब के बगीचे देखे ।
सेब की इटालियन ब्रांड देखकर वो बहुत खुश हुए । कास्तकारों ने इटली और हॉलैंड के गाला सिनिको और किंग रॉट प्रजाति के सेब लगाए हैं। उन्होंने क्षेत्र में आधुनिक और सघन सेब के बागानों का निरीक्षण किया । उन्होंने इस क्षेत्र के किसानों के साथ संवाद कर आधुनिक और जैविक सेब की खेती करने को कहा ।
नीति आयोग के वी.सी.राजीव कुमार ने कहा कि कृषि हमारी सम्पदा है । कृषि केवल सब्जी ही नहीं बल्कि फल और जड़ी बूटी भी है । उन्होंने कहा कि आजकल एग्रो प्रोसेसिंग के लिए छोटे प्लांट भी काम कर सकते हैं और उससे किसानों और फैक्टरी स्वामी को फायदा होगा ।
नीति आयोग ने देशभर में रसायन मुक्त खेती यानी प्राकृतिक खेती का आन्दोलन छेड रखा है । हिमांचल ने प्राकृतिक खेती मंत्रालय बनाया है और सेब बगीचे वालों ने केमिकल मुक्त सेब की खेति शुरू भी कर दिया है । उन्होंने कहा कि हमें विश्व की तरह एग्रो इकोलॉजी की तरफ बढ़ना चाहिए ।