स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड में कुमाऊं क्षेत्र के डी.आई.जी.ने नैनीताल और आसपास के पर्यटक स्थलों में लोगों को जाम के झाम से निजाद दिलाने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है । उन्होंने किसी को फिजूल में तंग नहीं करने से लेकर फालतू घूमने पर पूछताछ करने का प्लान बनाया है ।
कुमाऊं के डी.आई.जी. डॉ.नीलेश आनंद भरणे(आई.पी.एस) ने आज अपने नैनीताल स्थित कार्यालय में एक प्रेस वार्ता बुलाकर अपने प्लान को मीडिया से साझा किया ।
उन्होंने कहा कि शहर को ट्रैफिक जाम मुक्त बनाने के लिए व्यवस्था में बदलाव किया जाना जरूरी है । उन्होंने बताया कि बीते दिनों शहर के बिगड़े यातायात का जायज़ा लेने पर हकीकत सामने आई । उन्होंने अब ट्रैफिक में बदलाव लाने की नीति बनाई है ।
उनका कहना है की यह सारी नीतिया अस्थायी है जो सफल होने के बाद ही स्थाई की जाएंगी। बताया कि कुछ समय तक इन नयी नीतियों के संचालन पर नजर रखी जाएगी और सफल होने पर ही स्थाई किया जाएगा ।
उनकी नीतियों मे पहले अतिक्रमण को हटाना है जो जाम और यातायात मे बाधा बन रहे हैं । इसमें ‘बॉटल नैक’ अतिक्रमण जैसे फड़ इतियादि को हटाया जाएगा। इसमें मोहन-को, घोड़ा स्टैंड, मस्जिद तिराहा इत्यादि मे संबंधित विभाग से बात कर निस्तारण किया जाएगा।
दुसरी नीति में रोड में बेवजह खड़ी गाड़ियों और कम उपयोग में आने वाली गाड़ियों पर भी कारवाही की जाएगी। लावारिस वाहनों को सात दिन से ज्यादा पार्किंग मे रखने पर पार्किंग स्वामी व गाड़ी के मालिक को नोटिस देकर कारवाही की जाएगी । मौजूदा चल रही पार्किंग नीतियों मे बदलाव किये जाएंगे जिसमें स्थानीय और पर्यटक, दोनो की ही गाड़िया शामिल होगी। तीसरा स्थानीय लोगो को शहर के बाहर पार्किंग की व्यवस्था मोहय्या कराई जाएगी। चौथा नैनीताल आने वाली कई गाड़ियों को दिशानिर्देश नहीं होने के कारण पर्यटक पार्किंग, होटल या फिर फालतू मौज में घूमता है जिससे जाम बढ़ता है, तो ऐसे में बेवजह गाड़ियों के घूमने में लगाम लगाई जाएगी ।
पर्यटक को पार्किंग की सूचना दी जाएगी जिसमें बार कोड और जी.पी.एस.युक्त एक सूची द्वारा उपलब्ध पार्किंग स्थान बता दिया जाएगा या फिर एक गाड़ी द्वारा लगाए गए हर चक्कर मे पर्चा जांचा जाएगा और विंड स्क्रीन मे स्कैनर लगाकर जांच की जाएगी। लपुलिस की ये नीति सीजन और वीक एंड के दौरान लागू रहेंगी । उन्होंने ये भी कहा कि जो संभव है, वह एक दो दिनों मे सुचारु हो जाएगा और बाकी नियमो को धरातल मे आने मे वक़्त लगेगा।