राजकुमार परिहार
बागेश्वर।
जिला पंचायत में बजट आवंटन में अनियमितता के विरोध में जिला पंचायत उपाध्यक्ष समेत आठ सदस्यों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जिला पंचायत ने 18 सितंबर को बैठक प्रस्तावित की है। उनकी समस्या सुने बगैर बैठक की तो उसका विरोध होगा।
सभी आंदोलित सदस्यो ने कहा कि उनकी समस्याओं का 16 सितंबर तक निराकरण नही किया गया तो। 17 सितंबर प्रातः 11 बजे से वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। जिसकी उन्होंने लिखित में सूचना जिला, पुलिस, विकास विभाग व जिलापंचायत को भी दे दी है।
जिला पंचायत परिसर में जिला पंचायत के 9 सदस्यों का विकास जे बजट का समान वितरण की मांग को लेकर चलाया जा रहा आंदोलन आज 73 वें दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारी सदस्यों ने कहा कि सरकार के दवाब में आकर जिला प्रशासन उनकी आवाज की दबाने का काम कर रहा है। आंदोलन को लगभग तीन महीने होने जा रहे है। लेकिन जिला प्रशासन के मुखिया एक दिन भी आंदोलन स्थल पर आकर उनसे बात करनी तक उचित नही समझे।
उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में उनकी जो शिकायतें लिखित में जिला प्रशासन को दी गयी है। आजतक उनकी जांच रिपोर्ट तक नही उपलब्ध हो पाई। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत में सदस्य आंदोलन रत है उनकी समस्याओं का समाधान किये बैगेर बैठक आयोजित की जा रही है।उन्होंने बिना समाधान के बैठक किये जाने का विरोध करते हुए कहा कि अगर 16 सितंबर तक उनकी समस्याओं का समाधान नही किया जाता तो 17 सितंबर की प्रातः से जिला पंचायत परिसर में आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। फिर भी जिला प्रशासन व जिला पंचायत प्रशासन नही जागा तो 18 सितंबर को बड़ा कार्यक्रम करने से भी गुरेज नही करेंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला पंचायत व जिला प्रशासन की होगी।
आज धरने में जिपं उपाध्यक्ष नवीन परिहार, के अलावा सदस्य हरीश ऐठानी, गोपा धपोला, रूपा कोरंगा, इंद्रा परिहार, रेखा आर्या,पूजा आर्या, सुरेंद्र खेतवाल आदि मौजूद रहे। इधर आंदोलनकारियो के कड़े तेवर से जिला पंचायत के प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी बसंत मेहता पसोपेश में है। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष व आंदोलनकारी सदस्यों से अलग अलग वार्ता कर मामले के समाधान पर बातचीत करने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से ही हल होगा।