स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में शत्रु सम्पत्ति से अतिक्रमण हटाने के मामले में प्रशासन ने अतिक्रमण को लगभग हटाते हुए समतलीकरण का काम भी शुरू कर दिया है। कुल 134 मकानों को ध्वस्त कर क्षेत्र को मैदान बनाया जा रहा है।
नैनीताल में शुक्रवार को उच्च न्यायालय के राहत मांगती याचिका को खारिज करने के साथ समय नहीं देने के बाद प्रशासन ने आज सवेरे से ही अतिक्रमण हटाने का काम शुरू कर दिया। सवेरे लगभग आठ बजे से ध्वस्तीकरण का काम शुरू कर दिया गया और नौ जे.सी.बी.मशीन के साथ सैकड़ों श्रमिकों द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई। उच्च न्यायालय मार्ग में मैट्रोपोल होटल के बगल की सड़क के नीचे की तरफ भूमि में बीते कुछ वर्षों में अतिक्रमण हो गया था। इससे पहले राजा महमूदाबाद के खनस्यमा, धोबी, कर्मचारी समेत उनसे जुड़े हुए अन्य लोगों को आवास दिया गया था। राजा के पाकिस्तान जाने और केंद्र को भूमि पर अधिकार मिलने के बाद इस भूमि का डिप्टी कस्टोडियन जिलाधिकारी को बनाया गया था। उनकी तरफ से कब्जेदारों को नोट्स जारी हुए और उन्हें सुनने के बाद 20 जुलाई तक खाली करने के आदेश जारी हुए। आज यहां से बिना गतिरोध के सभी मकानों को ध्वस्त कर दिया गया है। अभ भूमि के समतलीकरण का काम चल रहा है, जिसके दो दिनों में पूरा होने की उम्मीद है। एस.डी.एम.राहुल साह ने बताया कि अवैध कब्जेदारों ने प्रशासन का साथ दिया और प्रशासन अब उन्हें कई जरूरतों में आर्थिक और अस्थाई रहने की व्यवस्था के अलावा कई तरह से मदद कर रहा है।