देहरादून, 1 दिसंबर। गणितीय तकनीक पर आज अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो गया। सम्मेलन में शोध में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए गणितीय तकनीक के उपायों पर चर्चा की गई। देश-विदेश से आए इंजीनियरों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों ने इस पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने अभियांत्रिकी अनुप्रयोगों में गणितीय तकनीक पर किया है। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन दो दिन चलेगा। रूटगर्स यूनिवर्सिटी, अमेरिका के प्रो. ह्वांग फाम ने समय विलंब के साथ प्रणालियों के गणितीय मॉडलिंग पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि गणितीय तकनीक का इस्तेमाल मनुष्य के प्रतिरक्षा तंत्र में वायरस व बैक्टीरिया आने पर उसका पता लगाने में भी किया जाता है।
हिरोशिमा यूनिवर्सिटी, जापान के प्रो. तादाशी दोही ने स्लाइड्स के जरिए डिस्क्रीट टाइम मॉडलिंग पैराडॉक्स इन ऑप्टिमल प्रॉब्लम्स के समीकरणों, घटनाओं व पैरामीटर्स की जानकारी दी। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य गणित व अभियांत्रिकी के अनेक पहलुओं पर प्रकाश डालकर शोध के क्षेत्र में नई उपलब्धियां हासिल करना है। उन्होंने शोधकर्ताओं से नई तकनीक इस्तेमाल करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
सम्मेलन में आईआईटी दिल्ली के प्रो. अर्पण गुप्ता, आईआईएम लखनऊ के प्रो. संजीव सिंह, आईआईआईटी ग्वालियर के प्रो. अनुराग सिंह, आईआईटी गोवा के प्रो. राजेश एस. प्रभु गाओकर, जीबी पंत यूनिवर्सिटी पंतनगर के प्रो. एस. बी. सिंह और जी.जी.एस. यूनिवर्सिटी मेरठ के प्रो. एस. आर. सिंह ने भी अपने शोध पत्रों से गणित के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर 50 से ज्यादा शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
सम्मेलन का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के गणित विभाग ने उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र और उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद के साथ मिलकर किया। कार्यक्रम में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर प्रो. राकेश शर्मा, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. संजय जसोला, प्रो. वाइस चांसलर प्रो. आर. गौरी, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के डीन अनुसंधान सहयोग प्रो. मांगेराम, गणित विभाग के एचओडी प्रो. सत्यजीत सिंह सहित अनेक शोधकर्ता, शिक्षक, शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।