नीरज उत्तराखंडी
जनपद देहरादून के जनजाति क्षेत्र जौनसार के ग्राम दसऊ निवासी अस्मिता चौहान का चयन उत्तराखंड न्यायिक सेवा (सिविल जज) के लिए हुआ है। उनकी इस उपलब्धि से स्वजन, रिश्तेदार एवं क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। न्यायिक सेवा परीक्षा में आठवीं रैंक हासिल वाली जौनसार की बेटी ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
निश्चित ही अस्मिता की इस सफलता से अन्य प्रतिभावान बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
चकराता विकास खंड के पशगांव खत के दसऊ निवासी अस्मिता चौहान के पिता बरदावर सिंह चौहान ओएनजीसी देहरादून में अधीक्षण अभियंता के पद पर तैनात हैं।
बरदावर सिंह चौहान व प्रमिला चौहान की बेटी अस्मिता चौहान की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून में हुई।
दो बेटियों में छोटी बेटी अस्मिता ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2013 में उन्होंने केवी ओएनजीसी देहरादून से हाईस्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की थी।
वर्ष 2015 में 93 प्रतिशत अंकों के साथ इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद वर्ष 2020 में नेशनल ला यूनिवर्सिटी जोधपुर से बीए, एलएलबी की पढ़ाई पूरी की वर्ष 2022 में सिद्धार्थ ला कालेज से एलएलएम की पढ़ाई के साथ ही उन्होंने न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी की।
एक साल की कोचिंग व स्वयं अध्ययन कर दूसरे प्रयास में उत्तराखंड न्यायिक सेवा (सिविल जज) की परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की। वह मई 2023 से एनटीपीसी में कार्यरत है।
अस्मिता ने कहा कड़ी मेहनत से जीवन में किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। जीवन में ये मायने नहीं रखता कि आप कितने घंटे पढ़ाई करते हैं, बल्कि यह मायने रखता है कि आप पढ़ाई पर कितना ध्यान केन्द्रित करते हैं। इसके लिए ‘अनुशासन बेहद जरूरी है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।
उनके सिविल न्यायिक सेवा में चयनित होने पर क्षेत्र के
चकराता विधायक प्रीतम सिंह, पशगांव खत के सदर स्थाणा शूरवीर सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, चकराता ब्लाक प्रमुख निधि राणा, प्रधान संगठन के उपाध्यक्ष तेजपाल सिंह राणा पछवादून प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंदराम राजगुरू ने उन्हें बधाई दी है।