Ad
Ad

नैनीताल की पेरेंट्स असोसिएशन ने बच्चों की समस्याओं और समाधान पर विचार किये। नई शिक्षा नीति पर डी.एम.& स्कूलों से मिलेंगे।

स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में नैनीताल चिल्ड्रन पेरेंट्स वैलफेयर एसोसिएशन की एक बैठक आयोजित हुई जहां बच्चों के वर्तमान और भविष्य की चिंता और समाधान को गंभीरता से लिया गया।
मॉल रोड के एक निजी होटल में आयोजित इस बैठक में सैन्ट जोसफ, शेरवुड, आल सेंटस, सैंट मैरिज, एल.पी.एस., वृंदावन, होली अकेडमी, संनवाल स्कूल की छात्र छात्राओं के परिजन उपस्थित रहे। बताया गया कि एसोसिएशन का पंजीकरण करा लिया गया है। एसोसिएशन के सदस्यों के बीच संगठन की मूल जरूरत पर चर्चा हुई, पेरेंट्स की एकता से मामलों को स्कूल प्रबंधन के सामने रखने पर चर्चा, बच्चों की समस्याओं पर चर्चा, स्कूलों में किन कमियों के कारण छात्र छात्राओं की संख्या गिर रही है, स्कूलों में कम होती एक्स्ट्रा केलिक्यूलर एक्टिविटी, एसोसिएशन द्वारा आयोजित होने वाली अलग अलग एक्टिविटी, शिक्षा का गिरता स्तर, चाइल्ड सेफ्टी, नशा, सफल बच्चों को सम्मानित करना समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई। एसोसिएशन में एकमत से निर्णय लिया गया कि सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सदस्यों के एक अनुमान अनुसार वर्षभर के 365 दिनों में से 211 दिन छुट्टी रही। तय किया गया की सदस्य जल्द जिलाधिकारी से मिलकर नियमानुसार स्कूल खुलने का समय कम कर दिन बढ़ाने की मांग करेंगे। आरोप लगाया कि किसी भी क्लास का सैलेब्स पूरा नहीं होता, जिसके लिए स्कूलों से मिला जाएगा। स्कूलों द्वारा छोटे छोटे अंतराल में एग्जाम रखने पर नई शिक्षा नीति में एग्जाम नहीं बल्कि लर्निंग आउटकम लागू करने पर जोर दिया गया। कहा गया कि आर.टी.ई.के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक 30 बच्चों में 1 और उसके ऊपर 35 बच्चों में 1 शिक्षक रखकर नियम का पालन करें स्कूल। डेस्कॉलर और बॉर्डर के बीच स्कूल की तरफ से किये जाने वाले भेदभाव को तत्काल रोका जाए। स्कूलों में योग्य एकेडमिक काउंसलर रखने पर भी बात हुई। स्कूलों द्वारा परिजनों से ली जा रही अंडरटेकिंग पर सवाल उठाए गए। मांग की गई कि पेरेंट्स टीचर्स मीटिंग समय समय पर होनी चाहिए। बच्चे का स्कूल बैग उसके बॉडी वेट का दस प्रतिशत ही हो सकता है। सौ रुपया मेम्बरशिप रखी गई, जिसे ऑनलाइन भी जमा करने की व्यवस्था भी रखी गई है। बैठक में निवेदिता, शैली, मनीष, पूजा, कविता, मोहिता, ममता, हरिप्रिया, यादवेंद्र, साबिहा, नाहिद, पुरषोत्तम, मोनिका, कुमकुम, नेहा, एकता, अशोक, कृपा और विमला समेत दर्जनों पेरेंट्स शामिल हुए।

Read Next Article Scroll Down

Related Posts