जयप्रकाश
श्रीनगर गढ़वाल— विशेष रूप से सरकारी तंत्र के स्कूलों में सभी लोगों की मानसिकता अच्छी नहीं बनी होती है, और अपने बच्चों को अधिक धनराशि में पढ़ने के लिए अपना बड़ा नाम समझते हैं, लेकिन उन प्राइवेट स्कूलों में छात्र-छात्राएं अपने धर्म और अनुशासन के बारे में कोई खास जानकारी प्राप्त नहीं कर पाते है, एक ऐसा ही मामला श्रीनगर गढ़वाल की सेट थेरेसस कान्वेंट स्कूल का सामने आया है जिसमें पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष वर्तमान युवा मोर्चा भाजपा प्रदेश मंत्री डॉ सुधीर जोशी ने उजागर किया है,उन्होंने कहा कि शिक्षा मंदिर में हम लोग अपनी प्रार्थना को ओम जय जगदीश हरे से शुरू करते हैं जबकि कान्वेंट स्कूल ओम जय जगदीश प्रभु चार लाइन मै ही समाप्त कर देते हैं, और सबसे बड़ा मामला तो यह था कि कान्वेंट स्कूल में वर्चुअल क्लास के दौरान अश्लील वीडियो दिखाई गई जिसमें की समस्त अभिभावक लोग भी जुड़े हुए थे उस वर्चुअल क्लास में बीच में अश्लील वीडियो भी दिखाई गई अब बात यह उठती है की ऑनलाइन वर्चुअल क्लास में ऐसी वीडियो कहां से आ गई है, और किसने इस वीडियो को समस्त बच्चों और गार्जन को दिखाई है,आज बच्चों को बिगाड़ने में सबसे बेकार स्कूल कान्वेंट स्कूल है जहां कक्षा 11 और 12 के बच्चे सिगरेट पीते हुए तथा बालक बालिकाओं के अश्लील वीडियो प्रत्येक दिन सोशल प्लेट पर देखने को मिलती है,यह कान्वेंट स्कूल श्रीनगर गढ़वाल की खासियत है,अश्लील वीडियो प्रकाशित होने के बाद स्कूल प्रबंधक मुँह मै दही जमाये बैठा है।जबकि यह एक जांच का विषय है। वहीं सुधीर जोशी व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन नेगी ने स्कूल प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाए की प्रबंधक एक बहुत बड़ा बिल्डर्स है जो की बिजनेसमैन का कार्य मै तलिन हो रखा है,उन्हें स्कूल से कोई मतलब नहीं है कि स्कूल में पठन-पाठन कैसा हो रहा है स्कूल की गतिविधि सहगामी क्रिया कैसे चल रहे हैं स्कूल में अनुशासन कैसा है, इन तमाम चीजों से प्रबंधक को कोई मतलब नहीं है,आज समाज में केवल एक दूसरे को देखा देखी करके कान्वेंट स्कूल का भूत हमारे सारे समाज पर लग गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि कॉन्वेंट से पड़ा हुआ बच्चा कभी भी uksssc, U. K. P. A. C का एग्जाम नहीं निकाल सकता है।क्योंकि उसे ऐसी कंपटीशन के लिए कभी तैयारी नहीं की जाती है, डॉ सुधीर जोशी ने यह भी आरोप लगे कि अगर कोई शिक्षक स्कूल के खिलाफ बोलता है तो उसको तुरंत सस्पेंशन लेटर दिया जाता है। हमारे वीर शहीदों ने स्वतंत्रता संग्राम कैसे करके देश को आजाद किया है स्वाधीनता में कितना समय दिया है इन तमाम बातो पर इतिहास मै कोई जानकारी बच्चों को कभी भी प्राप्त नहीं की जाती है।